दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने 5 सरकारी टीचर्स के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. इन टीचर्स पर रिश्वत लेकर स्टूडेंट्स को 12वीं क्लास के एग्जाम में नकल करने की इजाजत देने का आरोप है.
मामला तब शुरू हुआ जब पिछले सप्ताह एंटी करप्शन हेल्पलाइन 1031 को ए क फोन आया जिसमें टीचर्स के एक ऐसे रैकेट के बारे में बताया जो स्टूडेंट्स को पैसे लेकर एग्जाम में नकल करने देते हैं. स्टूडेंट्स ने बताया कि उनके पास सवालों के जवाब पर्ची में लिखे होते हैं और वो उन्हें पैसे देकर स्टूडेंट्स को देते हैं.
इस सूचना के बाद एसीबी हरकत में आई. इसके बाद 12वीं क्लास के केमिस्ट्री के फाइनल एग्जाम में कस्टमर को भेजा गया और मौका मिलते ही एसीबी ने क्लास में छापा मारा. एसीबी ने 5 टीचर्स को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा, ये सभी टीचर्स स्टूडेंट्स से नकल कराने के 20,000 रुपये ले रहे थे. छापेमारी में एसीबी ने पाया कि कुछ शिक्षक अपनी जेबों में पर्चियां लेकर घूम रहे थे और पैसे लेकर स्टूडेंट्स को दे रहे थे.
दिल्ली सरकार ने अपने एक बयान में कहा है कि सर्वोदय बाल विद्यालय राणा प्रताप बाग स्कूल के टीचर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है. ये टीचर्स रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गए थे. जानें बिहार में कैसी होती है नकल
मॉडल टाउन के राणा प्रताप बाग इलाके के सर्वोदय बाल विद्यालय के इन शिक्षक 11वीं और 12वीं कक्षा के स्टूडेंट्स से रिश्वत लेकर उन्हें नकल कराने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे पूछताछ चल रही है.