भारत की सरजमीं पर एक कहावत अक्सर सुनी और सुनाई जाती है कि बिना कुछ किए ही जय जयकार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती. तिस पर से भी यदि कोशिश करने वाला कोई 17 वर्ष का किशोर हो तो फिर क्या ही बात है. मदुरई से ताल्लुक रखने वाले और फिलहाल दिल्ली में रहने वाले तेजस्विन शंकर देखते ही देखते सेंसेशन बन गए हैं. जूनियर एथलीट होने के बावजूद उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर हाई जंप का रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया है. उन्होंने 2.26 मीटर की अद्भुत छलांग लगाई है.
नेशनल जूनियर एथलेटिक्स में किया कारनामा...
तेजस्विन अभी सिर्फ 17 साल के हैं और उनके स्कूली फिजिकल ट्रेनर की देखरेख में प्रैक्टिस करते हैं. तेजस्विन ने नेहरू स्टेडियम में चल रहे नेशनल जूनियर्स एथलेटिक्स में 2.26 मीटर की ऊंची छलांग मारी. इससे पहले यह रिकॉर्ड पश्चिम बंगाल के हरिशंकर रॉय के नाम था. उन्होंने साल 2004 में सिंगापुर के ऑल-स्टार्स मीट में 2.25 मीटर की ऊंची छलांग मारी थी. जूनियर्स में यह रिकॉर्ड 2.17 मीटर था और यह साल 2011 से बरकरार था. जूनियर्स का रिकॉर्ड कर्नाटक के एस हर्षित के नाम था. गौरतलब है कि तेजस्विन के बाद चांदी और कांस्य मेडल जीतने वाले दोनों खिलाड़ी क्रमश: 2.04 मीटर और 2.02 मीटर ही फांद सके.
इस कमाल के बाद वे दुनिया के नंबर 2 हो जाएंगे...
तेजस्विन के इस कमाल के बाद वे दुनिया भर के अंडर 20 एथलीट्स में नंबर 2 हो जाएंगे. उनकी मां सुप्रीम कोर्ट में वकालत करती हैं और उनके पिता एक बिजनेसमैन थे जो 4 साल पहले चल बसे.
वे इससे पहले आपिया में संपन्न हुए कॉमनवेल्थ यूथ गेम्स में सोने का मेडल जीत चुके हैं. वहां उन्होंने 2.14 मीटर की छलांग लगाई थी और साल 2004 में हरिशंकर के रिकॉर्ड को तोड़ा था. भारत का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व कर चुके खिलाड़ी कहते हैं कि यदि वे 2020 तक तमाम तरह की चोटों से बचे रह सके तो वे अगले ओलंपिक में भारत के लिए एक नई उम्मीद हो सकते हैं.