ग्रेजुएशन में अनिवार्य रूप से जेंडर एजुकेशन को लागू करने वाला तेलंगाना देश का पहला राज्य बन गया है. टेक्सट बुक का नाम 'टूआर्ड्स ए वर्ल्ड ऑफ इक्वल्स' है.
यह किताब जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (JNTU-हैदराबाद) ने शुरू की है. इस किताब की खासियत यह है कि इसे महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा तक ही सीमित नहीं रखा गया है बल्कि इसमें जेंडर से जुड़े तमाम उन दकियानूसी बातों को जगह दी गई है, जिसे महिलाएं हर रोज झेलती हैं. तेलंगाना की लेखिकाओं ने जेंडर जस्टिस के मुद्दे पर जो लिखा है, उसे भी किताब में शामिल किया गया है.
इसके अलावा यह किताब एक ऐसे इतिहास की बात भी करता है जो महिला केंद्रित है. इस किताब में स्टूडेंट का परिचय एफ्रो-अमेरिकन, कैरिबियन, अफ्रीकन, दलित और अल्पसंख्यक महिलाओं के आंदोलन से भी करवाया गया है.
इस किताब को 14 हफ्ते में पढ़ाया जाएगा. हर हफ्ते दो क्लासेज होंगी. कक्षा में इस किताब को पढ़ाना काफी अच्छा रहेगा क्योंकि पहले ही चैप्टर का टॉपिक यह रखा गया है कि 'क्या लड़कों को घरेलू काम-काज सिखाना चाहिए? इस बारे में घर पर चर्चा करें'. ऐसा माना जा रहा है कि इस तरह की शुरुआत हमारे समाज में कई ऐसी धारणाओं को तोड़ती है जो महिलाओं के लिए बेकार में बना दी गई हैं.