तेलंगाना के स्कूलों में पढ़ रहे स्टूडेंट्स अब आंध्र प्रदेश के इतिहास के बारे में नही जान सकेंगे. राज्य सरकार ने ऐलान किया है कि तेलंगाना की किताबों में आंध्र प्रदेश की संस्कृति और इतिहास को शामिल नहीं किया जाएगा. यह बदलाव अगले एकेडमिक सेशन से लागू होगा.
तेलंगाना सरकार ने सिलेबस की समीक्षा के लिए एक कमेटी की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आंध्र प्रदेश से संबंधित सामाजिक विज्ञान, इतिहास और तेलुगु संबंधित चैप्टर्स को तेलंगाना केंद्रित चैप्टर में तब्दील किया जाएगा. साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि सिलेबस में किए गए बदलाव से स्टूडेंट्स को एग्जाम में कोई परेशानी न हो. दोनों राज्य सिलेबस को राज्य केंद्रित बनाने की कोशिश में लगे हैं.
तेलंगाना के शिक्षा मंत्री जी जगदीश रेड्डी ने कमेटी की बैठक में कहा कि आंध्र प्रदेश से जुड़े सभी पहलुओं को किताबों से हटाना होगा. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि आंध्र प्रदेश के लेखकों के साहित्य और कविताओं को भी पाठ्यक्रम में जगह नहीं दी जाएगी.
इस पर कमेटी ऑफिशियल ने कहा कि उन्हें सरकार की ओर से निर्देश मिला है कि पाठ्यक्रम में आंध्र प्रदेश के इतिहास और संस्कृति से संबंधित कुछ भी नहीं होना चाहिए. सब कुछ तेलंगाना से संबंधित होना चाहिए.
स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग के निदेशक एस जगन्नाथ रेड्डी के मुताबिक अगर आंध्र प्रदेश से संबंधित कोई चैप्टर होगा तो उसे तेलंगाना संबंधित चैप्टर से बदला जाएगा.