10 जुलाई को अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमला हुआ, जिसमें 7 यात्रियों की मौत हो गई. कई घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
भारत में आतंकी हमले की यह पहली वारदात नहीं है. ऐसे ही एक आतंकी हमले की आज बरसी है. साल 2006 में 11 जुलाई को आतंकियों ने देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन को अपना शिकार बनाया. उस बम धमाके ने ना केवल माया नगरी को, बल्कि पूरे देश को झकझोर दिया था.
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लोकल ट्रेन में रोजाना सफर करने वाले हंसते-खेलते परिवार उजड़ गए. मुंबई की लोकल ट्रेन में शाम 6:24 से 6:35 के बीच 11 मिनट के अंतराल में सिलसिलेवार 7 धमाके हुए.
धमाकों में 209 लोगों की मौत हुई और 700 लोग घायल हो गए. विस्फोटों की ताकत बढ़ाने के लिए उन्हें प्रेशर कुकर में रखकर इस्तेमाल किया गया.
माटंगा रोड, माहिम, बांद्रा, खार रोड, जोगेश्वरी, भयंदर और बोरिवली में ये धमाके हुए थे.
हमला करने वाले 12 आतंकियों में अधिकांश पाकिस्तानी थे, जिन्हें भारत-नेपाल और भारत-बांग्लादेश सीमाओं के माध्यम से भारत में प्रवेश दिलाया गया था.30 सितंबर 2015 को MCOCA कोर्ट ने 5 आरोपियों को मौत की सजा सुनाई और सात को life imprisonment दिया गया.