हाल ही में अमेरिका में हुए एक शोध के नतीजे बताते हैं कि मोबाइल मैसेजिंग
की लत का लड़कों की तुलना में लड़कियों की पढ़ाई पर ज्यादा असर पड़ता है.
शोध के अनुसार, जो लड़कियां रोजाना मोबाइल में मैसेज करती हैं, उनके नंबर एग्जाम में कम आते हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि ये बात लड़कों पर लागू क्यों नहीं होती? तो बताते चलें कि शोध में लड़कों को भी शामिल किया गया लेकिन नतीजों में यह बात साफ तौर पर सामने आई कि लड़कों की पढ़ाई पर लड़कियों की तुलना में ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है.
यह शोध 8वीं से 11 वीं क्लास के 403 स्टूडेंट्स पर किया गया, जिसमें 211 लड़कियां और 192 लड़के शामिल हुए.
शोध करने वाली टीम की लीड रिसर्चर केली एम. लिस्टर का कहना है कि मैसेज करना आसान काम नहीं है. खासतौर पर देखा गया कि जब लड़कियां मैसेज करती हैं तो वे पूरी तरह उसी काम में शामिल होती हैं. इस वजह से उनका ध्यान पढ़ाई की ओर कम हो जाता है. यही नहीं, मैसेज के जवाब को लेकर भी लड़कियां बहुत इमोशनल होती हैं. शोध में यह बात सामने आई है कि मैसेज करने के बाद जब दूसरी ओर से जवाब नहीं आता है तो उनको चिढ़न व कुढ़न होने लगती है.