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धरती से बाहर जीवन के करीब नासा

धरती से परे अलौकिक जीवन के सपने देखना अब मुमकिन हो सकता है. नासा के वैज्ञानिक आपके सपनों को साबित करने के प्रयास में लगे हुए हैं. वाशिंगटन, डीसी स्थित नासा मुख्यालय में विशेषज्ञों ने ब्रह्मांड में जीवन की खोज के लिए तैयार किया गया नासा का रोडमैप तैयार कर लिया है.अब भविष्य में लोग एक तारे को देखकर कह सकेंगे कि वह तारा पृथ्वी जैसा ग्रह है.

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पृथ्वी
पृथ्वी

क्या आप अक्सर धरती से परे अलौकिक जीवन के सपने देखते हैं? नासा के वैज्ञानिक आपके सपनों को साबित करने के प्रयास में लगे हैं. वाशिंगटन, डीसी स्थित नासा मुख्यालय में एक समूह चर्चा में विशेषज्ञों ने ब्रह्मांड में जीवन की खोज के लिए तैयार किया गया नासा का रोडमैप तैयार किया है. वर्तमान में चल रही इस यात्रा में वर्तमान और भविष्य के अनेक टेलीस्कोप शामिल हैं.

मेसाचुसेट्स के कैंब्रिज में स्थित मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में ग्रह विज्ञान और भौतिक विज्ञान की प्रोफेसर सारा सीगर ने बताया, 'भविष्य में लोग एक तारे को देखकर कह सकेंगे कि वह तारा पृथ्वी जैसा ग्रह है.'

साल 2017 में ट्रांसिटिंग एक्सोप्लानेट सर्वेइंग सैटेलाइट (टीईएसएस), 2018 में जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (वेब टेलस्कोप) की लांचिंग के साथ नासा का रोडमैप जारी रखेगा. अगले दशक की शुरुआत में प्रस्तावित वाइड फील्ड इंफ्रारेड सर्वे टेलीस्कोप- एस्ट्रोफिजिक्स फोकस्ड टेलीस्कोप असेस्ट (डब्ल्यूएफआईआरएसटी-एफटीए) भी लांच हो सकती है.

ये आने वाले टेलीस्कोप, नए एक्सोप्लानेट के मेजबान और उनकी खासियत का पता लगाएंगे. ये टेलीस्कोप अन्य तारों की परिक्रमा करने वाले ग्रहों का पता लगाकर ग्रहों के वातावरण और विविधता के संबंध में हमारा ज्ञानवर्धन करेंगे.

वशिंगटन में नासा के विज्ञान मिशन निदेशालय के सहायक प्रबंधक और अंतरिक्षयात्री जॉन ग्रंसफेल्ड ने बताया, 'हम एक्सोप्लानेट्स का पता लगाने के लिए जो तकनीक प्रयोग कर रहे हैं, वह असली है.'

साल 2009 में लांच होने के बाद से अंतरिक्ष वेधशाला केपलर आश्चर्यजनक ढंग से बदल गया है. हमने 5,000 से ज्यादा एक्सोप्लानेट खोजे हैं, जिनमें से 1,700 की पुष्टि हुई है.

केपलर ने धरती के आकार का पहला ग्रह भी खोजा है, जो एक तारे के आवासीय क्षेत्र में परिक्रमा करता है.

बाल्टिमोर के स्पेस टेलीस्कोप साइंस इंस्टीट्यूट के निदेशक मैट माउंटेन ने बताया, 'उस पल की कल्पना करिए जब हम जीवन के संभावित संकेत पाएंगे.'

सीगर ने नासा पैनल को बताया कि खगोलविदों का मानना है कि हमारी मिल्की वे आकाशगंगा के हर एक तारे के पास कम से कम एक ग्रह है.

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