इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया, जिसे अब आप भारतीय स्टेट बैंक के नाम से जानते हैं, साल 1921 में 27
जनवरी को वजूद में आया था. जानिये, इस बैंक से जुड़े तथ्य...
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने शिक्षा ऋण डिफॉल्टरों को क्लर्क बनने से रोका
बैंक ऑफ बंगाल, बैंक ऑफ मद्रास और बैंक ऑफ बॉम्बे जैसे तीन अलग-अलग बैंकों को विलय कर एक इकाई बनाई गई.
इसका मुख्यालय मुंबई में था और उस वक्त इसकी 480 शाखाएं और 3 लोकल हेड ऑफिस थे.
एक बिजनेसमैन ऐसा भी, जिसने दुनिया को दी रोशनी
साल 1935 तक में ये भारत के सेंट्रल बैंक के रूप में काम करता रहा.
सर बद्रीदास गोयनका साल 1933 में इसके चेयरमैन बनने वाले पहले भारतीय थे.
1 जुलाई 1955 को इसे भारतीय स्टेट बैंक में बदल दिया गया.