कहीं दूर तक चलना हो तो बिना पैरों में जूते पहने आप नहीं चल सकते. वहीं जब भी हम जूतों का नाम लेते हैं तो हमारे मुंह में बाटा का नाम ही आता है.
आइए आज जानते हैं बाटा कंपनी के सीईओ थॉमस जे बाटा के बारे में...
बाटा शू कंपनी के 40 साल सीईओ रहे थॉमस जे बाटा का जन्म साल 17 सितंबर 1914 को हुआ था.
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जब बाटा 4 साल के थे, तो उन्हें क्रिसमस पर शूमेकर की बेंच गिफ्ट में मिली थी, जिसमें जूता बनाने के सभी टूल थे.
बाटा को दुनिया की नम्बर 1 कंपनी बनाने में थॉमस बाटा की अहम भूमिका रही.
साल 1975 तक बाटा के पास 89 देशों में 98 कंपनियां थीं. बाटा के 90 कारखानों में 90,000 कर्मचारी काम करते थे.
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1975 तक हर साल बाटा में 25 करोड़ जोड़ी जूते बनाए जाते थे, जो 5,000 से ज्यादा दुकानों में बिकते थे.
1960 के दशक में बाटा के सफेद कैनवास स्नीकर दुनिया भर में छा गए, जिन्हें हम पीटी शूज के नाम से भी जानते हैं. एशिआई और दक्षिण अमेरिकी बाजारों में उत्पादन की 60-80% हिस्सेदारी इनकी थी.
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बाटा शू कंपनी के 40 सालों तक सीईओ के रूप में सेवा देने वाले थॉमस जे बाटा का निधन साल 2008 में 1 सितंबर के रोज ही हुआ. भले ही आज वह हमारे बीच नहीं है लेकिन हमारे देश में कभी यह कहावत बड़ी प्रचलित है कि लोहे में टाटा और जूते में बाटा का कोई जोड़ नहीं.आज भी भारत में बाटा के जूते खूब पहने और पसंद किए जाते हैं.