दरअसल, सैकड़ों स्टूडेंट्स के पास टाटा कंपनी में नौकरी देने के के लिए फर्जी कॉल आया था, जिसमें स्टूडेंट्स से रिज्यूमे मेल करने के लिए कहा गया था. कई स्टूडेंट्स ने इस कॉल को सही मानकार रिज्यूमे भेजा और उनका इंटरव्यू भी कई राउंड चला. बहुतों का चयन भी हो गया. इन स्टूडेंट्स से करीब 8-10 हजार रुपया एप्लीकेशन फीस और प्रोसेसिंग फीस के रूप में भी लिया गया था.
चयन के बाद काफी लंबे समय तक कोई कॉल नहीं आने के कारण स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स ने टाटा के कई ऑफिसेस में कॉल किया, जहां पर उन्हें पता चला कि टाटा ने नौकरी देने के लिए ऐसी कोई प्रोसेस नहीं चलाई थी.
टाटा कंपनी ने इस फर्जीवाड़े की शिकायत दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी से करते हुए इसकी जांच करने को कहा है. ऐसा बताया जा रहा है स्टूडेंट्स से करीब 5 करोड़ की राशि ठगी गई है.
पुलिस ने जांच के लिए संबंधित बैंक से संपर्क किया है, और अकाउंट के डिटेल्स भी मांगे हैं. बैंक का कहना है कि उसने इस अकाउंट को बंद कर दिया है.