scorecardresearch
 

CBSE 12वीं के नतीजों में जुड़वां भाई-बहनों का कमाल

12वीं के नतीजे शनिवार को जारी हो चुके हैं, किसी ने टॉप किया है तो कोई कम नंबरों के आने की वजह से मायूस है. लेकिन गुड़गांव और मुंबई के जुड़वां स्‍टूडेंट्स की सफलता की कहानी आपको हैरान कर देगी.

Advertisement
X
अंकिता चौहान और हर्षिता चौहान
अंकिता चौहान और हर्षिता चौहान

CBSE के जारी हुए 12वीं के नतीजों के साथ ही स्‍टूडेंट्स ने कई नए रिकॉर्ड्स बनाए लेकिन कई खबरें ऐसी भी रहीं जो हैरान कर देने वाली थी. जिनमें गुड़गांव और मुंबई के जुड़वां स्‍टूडेंट्स का एक जैसे नंबर लाना शामिल रहा. जानें दोनों के बारे में:

Advertisement

अंकिता चौहान और हर्षिता चौहान :
सीबीएसई का 12वीं रिजल्‍ट गुड़गांव की जुड़वा बहनों के लिए हैरान कर देने वाला था. इसकी वजह परीक्षा में दोनों का 93 फीसदी नंबरों से एग्‍जाम में सफल होना था.

दोनों बहनों अंकिता चौहान और हर्षिता चौहान से पूछे जाने पर वे कहती हैं कि एक-दो सब्‍जेक्‍ट को छोड़कर हम दोनों के सभी सब्‍जेक्‍ट में एक जैसे नंबर हैं. वो हैरानी से कहती हैं कि ये कोई चमत्कार तो नहीं है लेकिन उससे कम भी नहीं है. अंकिता कहती हैं कि मैंने ज्‍यादा मेहनत की थी लिहाजा मुझे और हमारे पैरेंट्स को भी मेरे नंबर ज्‍यादा आने की उम्‍मीद थी. हमारे पैरेंट्स भी नंबरों को देखकर बेहद हैरान और खुश हैं.

अंग्रेजी अखबार के मुताबिक दोनों बहनों ने IIT-JEE परीक्षा में भी एक जैसे नंबर हासिल किए हैं लेकिन दोनों ही एडवांस एग्जाम की तैयारी नहीं कर सकीं हैं. दोनों बहनें भविष्‍य में इंजीनियर बनना चाहती हैं. हर्षिता और अंकिता के पिता आरएस चौहान का रियल एस्टेट का बिजनेस है. दोनों बहनों की अब इच्छा है कि वो एक साथ चेन्नई में पढ़ाई करें.

Advertisement

जूली और शिंगो सरकार :
सीबीएसई के नतीजों की घोषणा के साथ मुंबई के रहने वाले जुड़वां भाई-बहन शिंगो सरकार और जूली के लिए भी हैरान करने वाली थी. इन दोनों ने परीक्षा में 95 फीसदी नंबर हासिल किए हैं. दोनों मुंबई के के आर एन पोद्दार स्कूल में पढ़ते हैं.
इन दोनों के पिता बंगाल के हैं और मां जापान की हैं.  दोनों स्टेट लेवल एथलीट हैं और कई डांस कॉम्‍पटीशन में एक साथ हिस्‍सा ले चुके हैं. ये ट्विन्स अब जापान से अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती है. शिंगो केमिकल इंजीनियरिंग में करियर बनाना और जूली टोक्यो यूनिवर्सिटी से एंवॉयरमेंट साइंस पर रिसर्च करना चाहती हैं.

Advertisement
Advertisement