उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं गुरुवार से शुरू हो गई हैं. इस साल हाईस्कूल की परीक्षा में 31,95,603 स्टूडेंट जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा में 26,11,319 स्टूडेंट शामिल हो रहे हैं. इस बार परीक्षार्थियों की संख्या पिछले साल के मुकाबले कम है और बताया जा रहा है कि नकल पर सख्ती की वजह से ऐसा हो रहा है. वहीं उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने भी परीक्षा केंद्र का औचक निरीक्षण किया. इस दौरानवो राजेंद्र नगर में नवयुग कन्या विद्यालय में पहुंचे.
हर परीक्षा केंद्र पर है कैमरा
बता दें कि पिछले साल करीब 10 लाख परीक्षार्थियों ने बीच में ही परीक्षा छोड़ दी थी. वहीं इस साल की परीक्षा को लेकर परिषद की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि इन परीक्षाओं के लिए कुल 8,354 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं और बिना नकल परीक्षा कराने के लिए सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
Lucknow: Uttar Pradesh Deputy Chief Minister Dinesh Sharma conducts surprise inspection at Navyug Kanya Vidyalaya in Rajendra Nagar as high school and intermediate examinations of the UP Board begin today. pic.twitter.com/zJA4SVAJMR
— ANI UP (@ANINewsUP) February 7, 2019
परीक्षा केंद्र के लिए पेपर सेट
इस साल सभी परीक्षा केंद्रों के लिए प्रश्नपत्रों का केंद्रवार बंडल बनाया गया है. परीक्षाओं में नकल और उत्तर पुस्तिकाओं की हेराफेरी पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश से समस्त जिलों के वास्ते क्रमांकित उत्तर पुस्तिकाओं की व्यवस्था की गई है.
16 दिन तक चलेंगी परीक्षाएं
गौरतलब है कि हाईस्कूल यानी दसवीं बोर्ड की परीक्षा कुल 14 दिनों में पूरी होकर 28 फरवरी 2019 को खत्म हो जाएगी जबकि इंटरमीडिएट यानी 12वीं बोर्ड की परीक्षा कुल 16 दिनों में पूरी होकर 2 मार्च को खत्म होगी.
कुंभ के लिए अलग व्यवस्था
नीना श्रीवास्तव ने बताया कि कुंभ मेले को देखते हुए प्रमुख स्नान पर्व को और उससे एक दिन आगे और पीछे परीक्षा नहीं है. श्रीवास्तव ने कहा, 'हमारी कोशिश होगी कि अप्रैल के दूसरे या तीसरे सप्ताह में हम इन परीक्षाओं के परिणाम घोषित कर दें.
करीब 1700 परीक्षा केंद्रों पर रहेगी खास नजर
सरकार ने नकल रोकने के सिए 1314 परीक्षा केंद्रों को संवेदनशील और 448 परीक्षा केंद्रों को अतिसंवेदनशील केंद्र घोषित किए हैं. साथ ही इन परीक्षा केंद्रों पर नजर बनाए रखने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स भी बनाई गई है.