उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू होने वाली हैं, लेकिन राज्य के 26 जिलों के 18,561 छात्रों का परीक्षा दे पाना ही तय नहीं है. कारण, इन छात्रों ने डबल परीक्षा फॉर्म भर दिया है और इनके फॉर्म निरस्त हो सकते हैं.
सबसे ज्यादा डबल फॉर्म गाजीपुर से
इसमें इंटरमीडिएट के 15,495 और हाई स्कूल के 3,066 परीक्षार्थी हैं. अधिकारियों के मुताबिक संबंधित स्कूलों और परीक्षार्थियों को जवाब के लिए नोटिस भेजे गए हैं. सबसे ज्यादा डबल फॉर्म गाजीपुर जिले के हैं.
क्या कहता है नियम?
बोर्ड से जुड़े सूत्रों का कहना है कि नकल माफिया ने एक बार फिर बोर्ड नियमों को अंगूठा दिखाने का प्रयास किया है. नियमों के मुताबिक, कोई भी परीक्षार्थी एक से अधिक फॉर्म नहीं भर सकता, लेकिन नकल माफिया पैसे के चक्कर में परीक्षार्थियों से दो स्कूलों से परीक्षा फॉर्म भरवा देते हैं.
नकल का है सारा खेल
सूत्र बताते हैं कि इन दो विद्यालयों में से जिस केंद्र पर नकल होने की संभावना रहती है. परीक्षार्थी वहां से परीक्षा देते हैं. बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि दो साल से फॉर्म ऑनलाइन भराए जाने पर ऐसे परीक्षार्थियों को पकड़ना आसान हो गया है. यह भी आशंका जताई जा रही है कि कुछ परीक्षार्थियों ने गलती से दो बार ऑनलाइन फॉर्म भरे होंगे. बोर्ड जिस कम्प्यूटर फर्म के माध्यम से परीक्षा कार्य करवाता है, उसने डबल फॉर्म भरने वाले परीक्षार्थियों का विवरण भेजा है.
फॉर्म की जांच जारी
बोर्ड के क्षेत्रीय सचिव कामताराम पाल के मुताबिक, डबल फॉर्म वाले परीक्षार्थियों की जांच चल रही है. इस बारे में मुख्यालय को जानकारी भेजी जाएगी. बोर्ड का निर्देश मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी. ऐसे सभी फॉर्म निरस्त भी किए जा सकते हैं.