UP का मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार अयोध्या दौरे पर पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने रामलला के दर्शन किए. इससे पहले सीएम हनुमानगढ़ी भी गए. इसके बार हर ओर यही चर्चा है कि आखिर योगी का अयोध्या से कनेक्शन क्या है.
रामभक्त योगी, पहले भी जा चुके हैं अयोध्या
ये पहली बार नहीं है, जब योगी आदित्यनाथ अयोध्या जा रहे हैं. इससे पहले वह अपने गुरु और गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ के साथ अयोध्या जा चुके हैं. ये भी कहा जाता है कि योगी भगवान राम के परम भक्त है.
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गुरु की अधूरी इच्छाओं को पूरा करने की जिम्मेदारी
महंत अवैद्यनाथ के दिगंबर अखाड़े के महंत रामचंद्र परमहंस के साथ बेहद अच्छे संबंध थे. रामचंद्र परमहंस राम जन्मभूमि न्यास के पहले अध्यक्ष भी थे. ये न्यास भव्य मन्दिर के निर्माण के लिए गठित किया गया था. महंत अवैद्यनाथ खुद इसके सदस्य भी रहे हैं. इसलिए योगी पर अपने गुरु की अधूरी इच्छाओं को पूरा करने की जिम्मेदारी भी है.
महंत दिग्विजयनाथ ने की थी मूर्ति स्थापित
आदित्यनाथ के गुरु महंत अवैद्यनाथ के गुरु थे दिग्विजयनाथ. उन्होंने ही बाबरी मस्जिद के अंदर रामलला की मूर्ति स्थापित करने में अहम योगदान दिया था. कहा जाता है कि 1949 में दिग्विजयनाथ ने अखिल भारतीय रामायण महासभा ज्वाइन की. इसी महासभा ने बाबरी मस्जिद के सामने नौ दिवसीय रामचरितमानस का पाठ आयोजित किया, जिसके अंत में मस्जिद के भीतर भगवान राम और सीता की मूर्तियों को स्थापित किया गया. कुछ रिपोर्ट्स ये भी कहती हैं कि रामलला की मूर्ति को दिग्विजयनाथ ने ही स्थापित किया था.