आखिरकार उत्तर प्रदेश के मुख्मंत्री योगी आदित्यनाथ का मुस्लिम कनेक्शन मिल गया है. नाथ संप्रदाय के महंत से सीएम बने योगी की छवि एक कट्टर हिंदू की दिखाई-बताई जाती है, पर उनके बारे में एक ऐसी बात सामने आई है जो आपको भी चौंका देगी.
जानें, आखिर मुसलमान क्या सोचते हैं योगी आदित्यनाथ के बारे में?
खबरों की मानें तो योगी आदित्यनाथ को मुस्लिमों से कोई गुरेज नहीं है. इसका जीता-जागता उदाहरण हैं मोहम्मद यासीन अंसारी. मोहम्मद यासीन के साथ ना केवल वो खाना खाते हैं बल्कि मठ में हों तो उनसे जरूर मिलते हैं.
कौन है मोहम्मद अंसारी
मई 1977 में यासीन मंदिर से जुड़े. उस समय महंत अवैद्यनाथ हुआ करते थे. सबसे पहले उन्होंने कैशियर का काम संभाला. ये काम उन्होंने 83 तक किया. इसके बाद आज तक वे मंदिर के सुपरवाइजर हैं. मंदिर परिसर के भीतर कोई भी काम हो, उनकी देखरेख में ही होता है. यही वजह है कि जब भी आदित्यनाथ मंदिर पहुंचते हैं तो वे निर्माण कार्य की सारी जानकारी के लिए अंसारी से जरूर मिलते हैं. मोहम्मद यासीन अंसारी मीडिया को बताते हैं कि उनके बड़े अब्बा वली मोहम्मद, दिग्विजयनाथ के समय में पीपीगंज, गोरखपुर से मंदिर आए थे. वे भंडार संभाला करते थे.
किचन से बेडरूम तक दखल
आपको जानकर हैरानी होगी कि मोहम्मद अंसारी की पहुंच, आदित्यनाथ की किचन से लेकर उनके बेडरूम तक है. ये बात खुद मोहम्मद अंसानी ने एक इंटरव्यू में कही है. उन्होंने कहा है कि वे योगी के साथ खाना भी खाते हैं और उन्हें वे कभी एंटी मुस्लिम नहीं लगे.
बतौर अंसारी, योगी को झूठ बोलने वालों से नफरत है.