उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए राज्य सरकार सख्त हो गई है. इस बार परीक्षा में नकल करते हुए पकड़े जाने पर छात्रों को सीधे जेल भेजा जाएगा.
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने नकलविहीन परीक्षाएं कराने के लिए सभी जिलाधिकारियों को सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है. उन्होंने परीक्षा कराने वाले शिक्षकों और केंद्र व्यवस्थापकों की सुरक्षा के भी निर्देश भी दिए हैं.
मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को भेजे निर्देश में कहा है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी, प्रधानाचार्य और केंद्र व्यवस्थापक परीक्षाओं से पहले कम से कम दो बार बैठक करें. मुख्य सचिव ने सिटी मजिस्ट्रेट, डिप्टी कलेक्टर और उच्च अधिकारियों को परीक्षा के दौरान निरीक्षण करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि सामूहिक नकल की जानकारी मिलने पर उस पाली की परीक्षा निरस्त करने की सिफारिश अधिकारियों को तुरंत भेजी जाए. सिटिंग प्लान में गड़बड़ी मिलने पर केंद्र व्यवस्थापकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
उन्होंने प्रत्येक जिलों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित करने का भी निर्देश दिया है. इसमें शिक्षा विभाग और पुलिस अधिकारियों के अलावा समाचार पत्रों के प्रतिनिधियों को शामिल करने के लिए कहा गया है.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 18 फरवरी से 21 मार्च के बीच होंगी. पिछले साल परीक्षा के दौरान सामूहिक नकल की शिकायतों को देखते हुए शासन ने इस बार कड़ी चौकसी बरतने के लिए कहा है.