scorecardresearch
 

UP: नकल माफियाओं से बचने के लिए योगी सरकार बदलेेगी आंसर शीट का रंग

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने माध्यमिक परीक्षाओं में होने वाली गड़बड़ियों को रोकने के लिए विभिन्न रंगों की लकीरों वाली उत्तर पुस्तिकाएं लाने का निर्णय लिया है. इससे उत्तर पुस्तिकाओं की होने वाली अदला-बदली रुकेगी.

Advertisement
X
प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

Advertisement

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने माध्यमिक परीक्षाओं में होने वाली गड़बड़ियों को रोकने के लिए विभिन्न रंगों की लकीरों वाली उत्तर पुस्तिकाएं लाने का निर्णय लिया है. इससे उत्तर पुस्तिकाओं की होने वाली अदला-बदली रुकेगी.

पहले विद्यार्थी नकल माफिया से पिछले साल की खाली उत्तर पुस्तिकाएं खरीदकर उसमें उत्तर लिख लेते थे और निरीक्षकों की मिलीभगत से परीक्षा में दी गई उत्तर पुस्तिका से अदला-बदली कर जमा कर देते थे. उत्तर प्रदेश बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने कहा, "उच्च विद्यालय की मुख्य उत्तर पुस्तिका का एक रंग और अतिरिक्त ली जाने वाली उत्तर पुस्तिका में लकीरों का रंग अलग-अलग होगा.

समान्यत: मध्यवर्ती परीक्षाओं (Intermediate examinations) के मुख्य और अतिरिक्त उत्तर पुस्तिकाओं की लकीरों के रंग भी अलग-अलग होंगे. अब पहले से लिखी उत्तर पुस्तिका जमा कराने की गुंजाइश पूरी तरह से खत्म हो जाएगी. "

Advertisement

राज्य सरकार ने दो साल पहले परीक्षा केंद्रों के आवंटन की प्रक्रिया ऑनलाइन शुरू की थी, ताकि नकल माफिया इससे दूर रहें.  इस पहल ने बड़े पैमाने पर सामूहिक नकल की समस्या को कम किया है. परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरा और ध्वनि रिकॉर्डर भी लगाए गए हैं, ताकि परीक्षा के दौरान निगरानी रखी जा सके. आपको बता दें, पिछले 2 साल से यूपी बोर्ड परीक्षाओं को लेकल योगी आदित्यनाथ सरकार कड़ी सख्ती बरत रही है.

इस साल परीक्षा का यूपी बोर्ड परीक्षा का आयोजन 7 फरवरी को हुआ. परीक्षा के दूसरे दिन कड़ी निगरानी की वजह से अब तक 40,392 छात्रों ने परीक्षा बीच में परीक्षा छोड़ दी थी. जिसके बाद छात्रों की संख्या बढ़ती गई.

आपको बता दें, पिछले साल 10,44,619 छात्र, करीब 15 प्रतिशत छात्र ऐसे थे जिन्होंने बीच में ही परीक्षा छोड़ दी. पिछले साल बोर्ड की परीक्षा में करीब 66 लाख से ज्यादा छात्र शामिल हुए थे, लेकिन रिजल्ट करीब 55 लाख छात्रों का जारी किया था. वहीं इस साल पहली बार ऐसा हुआ है जब 10वीं-12वीं की परीक्षा 16 दिनों में ही समाप्त कर दी गई. दसवीं बोर्ड की परीक्षा कुल 14 दिनों में पूरी होकर 28 फरवरी 2019 को खत्म हुई, वहीं 12वीं की परीक्षा 16 दिनों में पूरी होकर 2 मार्च को खत्म हुई.

Advertisement

Advertisement
Advertisement