उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की ओऱ से 15 और 16 अक्टूबर को यूपी प्रीलिमनरी एलिजिबिलिटी टेस्ट (UP PET-2022) का आयोजन किया जा रहा है. इस साल 37 लाख उम्मीदवारों ने UP PET 2022 का फॉर्म भरा है. शनिवार को हुई परीक्षा के लिए हर जनपद में अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ी. अधिक संख्या में उम्मीदवारों की आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए 600 अतिरिक्त बसें चलाई गईं हैं. रविवार को भी UP PET की परीक्षा दो पालियों में होगी. इसका समय 10 से 12 और 3 से 5 निर्धारित किया गया है.
यूपी के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर शनिवार को भारी संख्या में छात्रों की भीड़ देखी गई. सोशल मीडिया के माध्यम से कई छात्र-छात्राओं ने परीक्षा केंद्र दूर होने की शिकायत भी की. तो वहीं कई कैंडिडेट्स ट्विटर पर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. वहीं, कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर परीक्षा देकर लौटे छात्रों ने ट्रेन में घुसने की कोशिश की. भीड़ इतनी ज्यादा थी कि एक महिला बेहोश हो गई.
उम्मीदवारों ने कहा कि ट्रेनें खचाखच भरी थीं. हम थके हुए हैं, हम कल से शहर में हैं. स्टेशन पर कहीं भी सोने की व्यवस्था नहीं है. ट्रेनों में किसी को सीट नहीं मिली, हम लोग खड़े रहे. हालात बेहद बदतर हैं.
परीक्षा को लकेर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक वीडियो ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था. इसमें लिखा कि फॉर्म- 37 लाख, खाली पद- गिनती के! इन युवाओं को सालाना 2 करोड़ रोजगार का झांसा दिया गया था, लेकिन इन तस्वीरों में बस देश के शिक्षित बेरोजगार युवाओं की बेबसी दिख रही है. ये साफ है कि प्रधानमंत्री आंखें मूंद कर बैठे हैं और नौजवान ठोकरें खाने पर मजबूर हैं.
वहीं बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर लिखा है, 'यूपी बाढ़ की चपेट में हैं और 37 लाख से अधिक छात्र PET की परीक्षा देने निकले हैं. प्रश्नपत्र हल करने से बड़ी चुनौती सेंटर तक पहुंचना है. छात्रों की निरंतर माँग के बाद भी ना परीक्षा टाली गयी ना यातायात के पुख्ता इंतजाम किए गए. शायद 'हवाई निरीक्षण' से 'जमीनी मुद्दे' नहीं दिखते'.
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