उत्तर प्रदेश में स्कूल नहीं जाने वाले और बीच में ही पढ़ाई छोड़ देने वाले बच्चों को अब रिटायर्ड टीचर्स पढाएंगे. सर्व शिक्षा अभियान के तहत राज्य परियोजना निदेशालय इसके लिए एक प्रस्ताव तैयार कर रहा है. ऐसे टीचर्स छह महीने के लिए रखे जाएंगे और उन्हें हर महीने 4000 रुपये मानदेय दिया जाएगा. बताया गया है कि उन्हीं रिटायर्ड टीचर्स को छह माह के लिए रखा जाएगा, जो उसी क्षेत्र के हों और बच्चों को पढ़ाने की स्थिति में हों.
सूत्रों के अनुसार, मिड-डे मील, मुफ्त यूनिफार्म और किताबें देने के बावजूद औसतन हर साल दो-ढाई लाख बच्चे सूबे में स्कूल छोड़ देते हैं. गरीबों और मजदूरों के बच्चों के एडमिशन के लिए विशेष अभियान चलाए जाने के बावजूद इसमें सुधार नहीं हो पा रहा है. इस प्रस्ताव के तहत मानदेय पर रखे जाने वाले रिटायर्ड टीचर्स को स्कूल छोड़ने वाले 10-15 बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी दी जाएगी.
आउट ऑफ स्कूल बच्चों को उम्र के आधार पर अलग से पढ़ाकर उन्हें पढ़ाई के लिए तैयार किया जाएगा और बाद में उन्हें स्कूलों में एडमिशन दिलाया जाएगा.
इनपुट आईएएनएस