यूपी के प्राइमरी स्कूलों में शिक्षामित्रों को एडजस्ट करने के यूपी सरकार के कदम पर इलाहाबाद
हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी. इसके बाद से लगातार शिक्षामित्रों के आत्महत्या करने के मामले
सामने आ रहे हैं. अब तक 6 शिक्षामित्रों की मौत की खबर आई है. सोमवार को देवरिया में इस फैसले के खिलाफ शिक्षामित्रों ने विरोध जताया. वहीं यूपी सरकार इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील करने जा रही है.
सोमवार को देवरिया में शिक्षामित्रों ने कहीं स्कूलों में तालाबंदी कर विरोध जताया तो कहीं चाक डाउन कर शिक्षण कार्य का बहिष्कार किया. देवरिया सदर के प्राथमिक विद्यालय मलकौली में शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक बने शिक्षामित्र स्कूल नहीं
पहुंचे. स्कूल में तालाबंदी होने के चलते बच्चे भी वापस लौट गए.
इलाहाबाद हाईकोर्ट की रोक के बाद इन शिक्षामित्रों के हालात का अंदाजा एक महिला शिक्षामित्र के हमारे संवाददाता को भारी मन से दिए गए इस बयान से लगाया जा सकता है कि जिन शिक्षामित्रों ने आत्महत्या की है उनमें से एक वह भी हो सकती थीं. वह भी आत्महत्या का मन बना चुकी थीं लेकिन अपने बच्चे की वजह से एेसा नहीं कर पाईं.
वहीं, देवरिया सदर में मुकुंदपुर प्राथमिक विद्यालय खुला तो रहा, लेकिन यहां 6 शिक्षामित्रों ने शिक्षण कार्य का बहिष्कार किया. इनका कहना था कि वे कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं लेकिन उनके साथ भी नाइंसाफी हुई है और वे समझ नहीं पा रहे हैं कि उनको खर्च अब कैसे चलेगा. यहां की शिक्षामित्र निधि विश्वकर्मा ने बताया कि वह सिंगल मदर हैं और अपने बच्चों के भवि ष्य को लेकर चिंतित हैं.