सिविल सर्विसेज एग्जाम का परिणाम केंद्रीय नौकरियों में जाट आरक्षण खत्म किए जाने के खिलाफ केंद्र सरकार द्वारा दायर पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद आने की संभावना है.
कोर्ट ने 17 मार्च को पूर्व यूपीए सरकार के उस फैसले को निरस्त कर दिया था जिसमें जाटों को आरक्षण का लाभ देने के लिए उन्हें अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की केंद्रीय सूची में शामिल किया गया था.
इसके बाद केंद्र सरकार ने एक अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सिविल सर्विसेज की मुख्य परीक्षा का परिणाम शीर्ष अदालत द्वारा पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई किए जाने के बाद आने की संभावना है, जो जल्द हो सकती है.
मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि सिविल सर्विसेज मेन एग्जाम 2014 के रिजल्ट में थोड़ी देरी हुई है और हम उम्मीद करते हैं कि मामले पर जल्द सुनवाई होगी.
मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘न्यायालय द्वारा याचिका पर जल्द सुनवाई न किए जाने की मुश्किल संभावना की स्थिति में यूपीएससी फैसले के परिणाम के प्रभावों को लंबित रखते हुए मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित कर सकता है. ’
आईएएस, आईएफएस, आईपीएस तथा अन्य सेवाओं के लिए अधिकारियों का चयन करने के लिए हर साल आयोजित होने वाली सिविल सर्विसेज की परीक्षा में हजारों स्टूडेंट्स शामिल हुए थे. मेन एग्जाम का रिजल्ट घोषित करने के बाद यूपीएससी सफल उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाएगा.
सिविल सर्विसेज मेन एग्जाम 2013 का रिजल्ट पिछले साल 11 मार्च को घोषित किया गया था. अंतिम परिणाम 12 जून 2014 को घोषित किया गया था. आयोग के कार्यक्रम के अनुसार सिविल सर्विसेज परीक्षा 2015 की अधिसूचना 16 मई को जारी किए जाने की संभावना है.