उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा सहायक शिक्षक के पद पर हुए समायोजन को रद्द करने से हताश शिक्षामित्रों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है. साथ ही सभी शिक्षामित्रों को कल से फिर से स्कूल जाने को कहा है.
आज उनसे मिलने पहुंचे शिक्षामित्रों के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को अखिलेश ने आश्वस्त किया है कि सरकार उनकी नौकरी पक्की करने का कोई रास्ता निकालेगी.
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के संरक्षक शिवकुमार शुक्ल ने प्रतिनिधि मंडल की मुख्यमंत्री से हुई मुलाकात के बाद कहा कि मुख्यमंत्री ने हमें आश्वस्त किया है कि सरकार गंभीरता से ऐसा कोई रास्ता निकालने में लगी है, जिससे हमारे सम्मान और गरिमा को बनाए रखते हुए हमारा समायोजन कर लिया जाए.
शुक्ला ने मुख्यमंत्री के हवाले से बताया कि प्रदेश सरकार ने महाराष्ट्र से छह सदस्यीय टीम आमंत्रित की है, जहां शिक्षामित्रों को समायोजित किया जा चुका है. उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी शिक्षामित्रों को कल से फिर से स्कूल जाने को कहा है.
शुक्ला ने बताया कि भेंट के दौरान मौजूद रहे बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने कहा कि हम शिक्षामित्रों की सहायता के लिए रास्ता बनाने में लगे हैं. कानून के दायरे में रहते हुए अच्छे से अच्छा रास्ता निकाला जाएगा.
गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक याचिका पर 12 सितम्बर को फैसला सुनाते हुए सहायक शिक्षक पदों पर शिक्षामित्रों की नियुक्तियों को अवैध करार दिया था जिससे प्रदेश के 1.72 लाख शिक्षामित्रों का भविष्य अधर में लटक गया है.
इनपुट: भाषा