राजस्थान सरकार ने वैलेंटाइन डे को माता-पिता दिवस के रुप में मनाने का फैसला किया है. सरकार के इस फैसले के बाद स्कूलों में 14 फरवरी यानि वैलेंटाइन डे को माता पिता सेवा दिवस के रुप में मनाया जाएगा. राजस्थान के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने विधानसभा में घोषणा की है कि अगले सत्र से 14 फरवरी को माता पिता सेवा दिवस के रूप में मनाने के लिए इसे स्कूलों के करिकुलम में शामिल किया जाएगा.
राजस्थान के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी अपने इस तरह के फैसलों के लिए काफी मशहूर हो चुके हैं. सिलेबस में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के नाम पर कई बदलाव करने के बाद अब स्कूलों के साल के वार्षिक कैलेंडर में भी बदलाव कर रहे हैं. इसी के तहत दुनिया भर में मनाए जाने वाले वैलेंटाइन डे को राजस्थान के स्कूलों में माता पिता सेवा दिवस के रूप में मनाया जाएगा.
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बताया जा रहा है कि इस दिन बच्चे अपनी मां बाप की सेवा कर स्कूल में आएंगे और बताएंगे कि किस तरह से वह अपने माता-पिता का ख्याल रखते हैं. शिक्षा मंत्री का मानना है कि स्कूल में इस तरह के बदलाव करने से वैलेंटाइन डे जैसे पाश्चात्य संस्कृति के कुरीति फैलाने वाले त्योहारों पर काबू पाया जा सकेगा.
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हाल ही में उन्होंने कहा था कि हमें दुनिया को यह बताना चाहिए कि गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत न्यूटन ने नहीं दिया था, जबकि ब्रह्मगुप्त द्वितीय ने दिया था. वनानी के अनुसार गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत न्यूटन का नहीं था. उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के कार्यक्रम में कहा कि हमें बचपन से पढ़ाया जा रहा है कि गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत न्यूटन ने दिया था जबकि वास्तविकता यह है की न्यूटन से 1000 साल पहले ही भारत में ब्रह्मगुप्त द्वितीय ने सिद्धांत दे दिया था. क्यों नहीं इस बात को हमें बच्चों को सिलेबस में पढ़ाना चाहिए.