गणितीय तरीके से डेटा के प्रेजेंटेशन, एनालिसिस, इंटरप्रेटेशन करने के विज्ञान को स्टेटिस्टिक्स कहते हैं. स्टेटिस्टिक्स को हिन्दी में सांख्यिकी कहा जाता है. इसका इस्तेमाल समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ रहा है. आज इसका इस्तेमाल मार्केटिंग, एग्रीकल्चर, फार्मा, मीडिया सहित कई अन्य जगहों पर होता है.
स्टेटिस्टिक्स की पढ़ाई करने के लिए योग्यता:
वे उम्मीदवार जिन्होंने 12वीं कॉमर्स से किया है, वे बैचलर डिग्री में स्टेटिस्टिक्स ले सकते हैं या जिन्होंने ग्रेजुएशन गणित से किया है वे भी स्टेटिस्टिक्स की पढ़ाई मास्टर्स लेवल पर कर सकते हैं. अगर आप स्टेटिस्टिक्स से पोस्ट ग्रेजुएट हो जाते हैं तो आपको नौकरी पाने के अधिक मौके मिलेंगे.
कहां मिलेगा जॉब: आप योजना आयोग , इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड मेनपावर रिसर्च, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च, सामाजिक-आर्थिक गणना से जुडे़ क्षेत्र में नौकरी पाने का मौका मिल सकता है. भारत सरकार के अधीन सरकारी सांख्यिकी प्रणाली का सर्वोच्च निकाय योजना मंत्रालय में है जो भारतीय सांख्यिकीय संस्थान के साथ साझा प्रयास करके योजना से संबंधित आंकड़ों का संकलन करता है. इसमें भी बड़े पैमाने पर नौकरी दी जाती है. वहीं, अगर आप भारत सरकार की सांख्यिकी सेवा में करियर बनाना चाहते हैं तो संघ लोकसेवा आयोग की ओर से आयोजित होने वाली अखिल भारतीय प्रतिस्पर्धी परीक्षा में सम्मिलत होना होगा, इस परीक्षा में बैठने के लिए किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री होनी आवश्यक है.
जरूरी स्किल्स:
एक अच्छे स्टेटिस्टीशियन के पास तेज दिमाग और अद्भुत बौद्धिक क्षमता होनी चाहिए. अगर आपमें लगातार अध्ययन करने की क्षमता है और आप गणना करने से नहीं डरते हैं तो यह फील्ड आपके लिए बेस्ट है.
यहां से करें स्टेटिस्टिक्स की पढ़ाई:
इंडियन स्टेटिस्टिक्ल इंस्टीट्यूट, बेंगलुरू
इंडियन स्टेटिस्टिक्ल इंस्टीट्यूट, दिल्ली
सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई
इंडियन स्टेटिस्टिकल इंस्टीट्यूट, कोलकाता