हाल ही में इंडिया आए माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला लुधियाना की 13 वर्षीय स्टूडेंट नाम्या जोशी की असाधारण प्रतिभा से प्रभावित हुए. लुधियाना स्थित स्कूल की कक्षा 7 वीं की छात्रा नाम्या अपने शिक्षकों को कक्षा के पाठों को माइनक्राफ्ट सत्रों में बदलने में मदद कर रही हैं.
बता दें कि Minecraft एक वीडियो गेम है जिसमें खिलाड़ी थ्री डायमेंशन वर्ल्ड में विभिन्न प्रकार के ब्लॉक बनाते हैं और फिर उन्हें तोड़ते हैं. नडेला ने लिखा कि मैं इस हफ्ते भारत में इतने युवा इनोवेटर्स से मिलने के लिए उतावला था, जिसमें नम्या जोशी भी शामिल हैं, जो दुनिया भर के शिक्षकों को एक लर्निंग टूल के रूप में Minecraft का इस्तेमाल करने का प्रशिक्षण दे रही हैं. उनका पैशन दुनिया को बदलकर रख देगा.
अब तक, नाम्या ने अपने स्कूल की कक्षाओं में माइक्रोसॉफ्ट टूल्स, माइनक्राफ्ट, स्क्रैच और फ्लिपग्रिड जैसे माइक्रोसॉफ्ट टूल्स के उपयोग पर अपने स्कूल और दुनिया भर में 100 से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित किया है.
I was energized to meet so many young innovators in India this week, including Namya Joshi who is training teachers around the world on how to use Minecraft as a learning tool. Their empathy, passion and ingenuity will change our world for the better. https://t.co/iF2GxUGkSq
— Satya Nadella (@satyanadella) February 26, 2020
नाम्या की मां मोनिका जोशी लुधियाना के सेंट पॉल मित्तल स्कूल में आईटी हेड हैं. मोनिका ने दो साल पहले माइक्रोसॉफ्ट इनोवेटिव एजुकेटर प्रोग्राम के हिस्से के रूप में ग्लोबल Minecraft मेंटर बनने के लिए साइन किया था. इसी दौरान एक दिन मोनिका जोशी ने नाम्या को Minecraft: एजुकेशन एडिशन के साथ खेलते हुए पाया. इसके बाद, जोशी ने अपनी बेटी को Minecraft की दुनिया में और भी जानने को कहा. परिणाम ये हुआ ये कि नाम्या ने अपने स्कूल में Minecraft का इस्तेमाल करने की बात कही.
इसके बाद, मां-बेटी की जोड़ी ने Minecraft पर और अधिक काम करना शुरू किया. देखते ही देखते स्कूल के अन्य छात्र और शिक्षक उनके साथ जुड़ गए.
फिनलैंड में एक ग्लोबल एजुकेशन समिट KEOS2019 में नाम्या ने अपनी बात रखी. यहां उन्होंने शिक्षकों के लिए एक कार्यशाला भी आयोजित की. फिर उन्होंने दिसंबर 2018 में राष्ट्रीय Minecraft प्रतियोगिता भी जीती.