भारतीय विदेश सेवा के 1985 बैच के अधिकारी तिरुमूर्ति न्यूयॉर्क में सैयद अकबरूद्दीन की जगह ले रहे हैं. अब तक विदेश मंत्रालय में सचिव की जिम्मेदारी निभा रहे टीएस तिरुमूर्ति को बुधवार को संयुक्त राष्ट्र में भारत का स्थायी प्रतिनिधि नियुक्त किया गया.
बता दें कि उनसे पहले सैयद अकबरूद्दीन संयुक्त राष्ट्र में देश के स्थायी प्रतिनिधि रहे और जल्द ही सेवानिवृत्त होने वाले हैं. इस बारे में मंत्रालय ने बयान जारी करके सूचना दी.
टी एस तिरुमूर्ति का जन्म 7 मार्च 1962 को चेन्नई में हुआ था. वो वर्तमान में भारतीय विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) हैं. इसके अलावा तिरुमूर्ति एक लेखक भी हैं.
कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें...
वाणिज्य में स्नातक तिरुमूर्ति के पास कानून की भी डिग्री है. बता दें कि उनका विवाह गौरी तिरुमूर्ति से हुआ और उनके दो बच्चे- एक बेटी और एक बेटा हैं. वहीं, तिरुमूर्ति की पत्नी गौरी सेवानिवृत्त टेनिस खिलाड़ी रामनाथन कृष्णन की बेटी हैं, उनकी बेटी भवानी तिरुमूर्ति भी एक टेनिस खिलाड़ी हैं.
कोरोना पर फुल कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
बता दें कि तिरुमूर्ति ने साल 1985 में भारतीय विदेश सेवा ज्वाइन की. जिसके बाद उन्होंने काहिरा, जिनेवा, गाजा, वॉशिंगटन डी.सी. और जकार्ता में भारतीय राजनयिक मिशनों में सेवा की. फिर उन्हें विदेश मंत्रालय, नई दिल्ली में भारत सरकार में अवर सचिव (भूटान), निदेशक (विदेश सचिव कार्यालय), संयुक्त सचिव (बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार और मालदीव) के साथ-साथ संयुक्त सचिव (संयुक्त राष्ट्र) की जिम्मेदारी मिली.
तिरुमूर्ति फिलिस्तीन राज्य में भारत के पहले प्रतिनिधि और जकार्ता में मिशन के उप प्रमुख और मलेशिया में भारतीय उच्चायुक्त भी रहे हैं. उन्होंने तीन किताबें भी लिखी हैं.
बता दें कि तिरुमूर्ति से पहले 16 नवंबर 2015 से सैयद अकबरुद्दीन संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत के तौर पर तैनात रहे हैं. वो 1985 बैच के आइएफएस (इंडियन फॉरेन सर्विस) ऑफिसर हैं. उन्हें 2015 में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि के तौर पर नियुक्त किया गया था, तब से वो लगातार यूएन में भारत का पक्ष बेहद मजबूती से रख रहे हैं.