देश की राजधानी में रविवार को इंडिया हैबिटेट सेंटर में नाक-कान, गला रोग (ENT) के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक मेंटर्स समिट का आयोजन किया गया. वुमन ओटोलरींगोलॉजिस्ट एसोसिएशन (WAOI) की ओर से अध्यक्ष डॉ. कल्पना नागपाल के नेतृत्व में अपने पहले सम्मेलन की मेजबानी की, जो वाकई अपने आप में एक अनूठा कार्यक्रम था.
सम्मेलन में पूरे देश से 110 महिला ईएनटी सर्जनों ने हिस्सा लिया. ईएनटी के क्षेत्र में रोबोटिक्स, कॉक्लियर इम्प्लांट, लेजर जैसी नवीनतम प्रगति पर जानी-मानी फैकल्टी द्वारा भाषण और व्याख्यान के साथ वैज्ञानिक विचार-विमर्श किया गया. ये सेशन भारत की चिकित्सा क्षेत्र में इतिहास बनाने वाली महिला डॉक्टरों में बड़ा नाम डॉ आनंदी जोशी, डॉ रुखमाबाई राउत जैसी महिलाओं को समर्पित थे, जिन्होंने सभी महिला डॉक्टरों के लिए प्रेरणा के रूप में काम किया है.
WAOI संस्था ईएनटी में महिला डॉक्टरों को बढ़ावा देने, मेंटरशिप कार्यक्रम और नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. दिल्ली मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. गिरीश त्यागी ने एसोसिएशन के काम की सराहना की और भारत सरकार के पूर्व अतिरिक्त डीजीएचएस डॉ. अरुण अग्रवाल ने महिला बिरादरी का समर्थन करने और उन्हें आगे लाने की आवश्यकता के बारे में विस्तार से बताया. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, डब्ल्यूएचओ जिनेवा के बहरेपन और श्रवण हानि की रोकथाम के कार्यक्रम (Women's Association of Otolaryngologists) की चेयरपर्सन डॉ. शैली चड्ढा डब्ल्यूएओआई के साथ सक्रिय रूप से जुड़ी हुई थीं.
अनुभवी ईएनटी सर्जन और केईएम के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. पिल्लू हकीम ने कहा कि मेरे लिए तो ये किसी बड़े सपने के सच होने जैसा था कि मुझे ऐसी टीम डॉ. शर्मेला सोंधी, डॉ. चंचल पाल, डॉ. आभा भटनागर, डॉ. आशिमा सक्सेना के आयोजन का हिस्सा बनने का मौका मिला.