1988 में WHO ने लोगों में एड्स के प्रति लोगों में जागरुकता लाने के लिए हर साल 1 दिसंबर को एड्स डे मनाने की घोषणा की थी. जानिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन’, ‘यूनिसेफ’ और एचआईवी/एड्स पर ‘यूनाइटेड नेशंस’ के साथ काम करने वाली ‘यूएनएड्स’ की जारी रिपोर्ट में एड्स से जुड़े फैक्ट:
1. दुनिया में तकरीबन 36.9 मिलियन लोग एचआईवी पॉजिटिव हैं, इनमें से 2.6 मिलियन बच्चे हैं.
2. एक अनुमान के हिसाब से 2014 में 2 मिलियन लोग इससे पॉजिटिव थे.
3. लगभग 34 मिलियन लोग एचआईवी या एड्स से मर चुके हैं, इनमें से 1.2 मिलियन लोग 2014 में मारे गए थे.
4. पिछले 15 सालों में बीमारी से मरने वाले किशोरों के आंकड़ो में तीन गुना बढ़े हैं.
5. कम उम्र के लोगों की जान लेने के लिए यह बीमारी पूरी दुनिया में दूसरे और अफ्रीका में पहले नंबर पर जिम्मेदार है.
6. सहारा के अफ्रीकी देशों में इसका असर सबसे ज्यादा है, 15 से 19 साल के युवाओं में मिले ताजा मामलों में हर 10 में से 7 लड़कियां हैं.
7. 2015 के शुरुआत में 15 मिलियन लोगों की एंटीरेट्रोवायरल थैरेपी की गई, जबकि 2001 में यह आंकड़ा सिर्फ 1 मिलियन था.
8. एचआईवी परीक्षण की सुविधा हर जगह मुहैया होने के बाद भी सिर्फ 51 फीसदी लोगों ने यह परीक्षण करवाया है.
9. पूरी दुनिया में जागरूकता फैलाने का नतीजा है कि एचआईवी के 30 मिलियन नए मामलों पर काबू पाया जा सका, जबकि 2000 से अब तक 8 मिलियन मौतें हो चुकी हैं.
10. 2015 में क्यूबा, मां से बच्चे को एचआईवी पॉजिटिव होने से बचाया जा सकने वाला पहला देश बना.