आज विश्व जनसंख्या दिवस है और यह दिन जनसंख्या के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए पूरी दुनिया में मनाया जाता है. इस दिन को मनाने की वजह दुनिया में बढ़ती जनसंख्या है, जो अब 763 अरब हो चुकी है. इस बार की थीम भी फैमिली प्लानिंग रखी गई है और आज विश्व जनसंख्या दिवस मनाने के 50 साल भी हो गए हैं.
क्यों मनाया जाता है जनसंख्या दिवस
बता दें कि आज से करीब 50 साल पहले दुनिया की आबादी 500 करोड़ हो गई थी. जिसके बाद जनसंख्या के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए इस दिन को विश्व जनसंख्या दिवस घोषित किया गया. बताया जा रहा है कि यह दिवस मनाने से काफी असर बड़ा है और ग्रोथ रेट 1.79 फीसदी से बढ़कर 1.09 फीसदी हो गई है.
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2 लाख साल में हुई थी 100 करोड़
साल 1804 में दुनिया की जनसंख्या सौ करोड़ थी और अब यह बढ़कर 763 हो गई है. अमेरिकाल नेचुरल हिस्ट्री के अनुसार दुनिया में सौ करोड़ की आबादी होने में 2 लाख साल का समय लगा था. हालांकि अब इसकी रेट काफी बढ़ गई है.
100 साल में हुई दोगुनी और 91 साल में चार गुना
साल 1804 से पहले जनसंख्या में बहुत धीरे-धीरे इजाफा हो रहा था, लेकिन अब यह तेजी से बढ़ रही हैं. पहले सौ करोड़ होने में 2 लाख साल लगे थे, लेकिन यह अगले 100 साल में ही दोगुना हो गई. उसके बाद पिछले 91 साल में ही जनसंख्या 763 करोड़ यानी चार गुना हो गई है.
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अब घट रही है ग्रोथ रेट
इतने सालों में भले ही दुनिया की जनसंख्या बढ़ी हो लेकिन अब इसकी दर में कमी आई है. पहले चार गुना होने में महज 91 साल लगे थे, लेकिन अब 200 साल बाद यह जनसंख्या दोगुनी होगी. अनुमान है कि 30 साल में आबादी 900 करोड़ हो जाएगी.
कैसे धरती पर बढ़ते गए लोग
आंकड़ों के अनुसार साल 1804 में आबादी 100 करोड़ थी फिर 1927 में 200 करोड़, 1960 में 300 करोड़, 1974 में 400 करोड़, 1989 में 500 करोड़, 1999 में 600 करोड़, 2011 में 700 करोड़ हो गई. इस वृद्धि दर के अनुसार दुनिया की जनसंख्या का आंकड़ा 2048 तक 900 करोड़ पहुंच सकता है.