दुनिया की पहली टेस्ट ट्यूब बेबी लुइस ब्राउन का जन्म साल 1978 में 25 जुलाई को हुआ.
1. 1978 से लेकर आज तक 50 लाख से ज्यादा टेस्ट ट्यूब शिशु जन्म ले चुके हैं.
2. इस प्रकिया को इन विट्रो फर्टिलाइजेशन कहा जाता है. लातिन शब्द इन विट्रो का मतलब ग्लास में हैं.
3. असल में कोई टेस्ट ट्यूब नहीं होती, अंडाणु को पेटरी डिश में फर्टिलाइज कर कोख में ट्रांसप्लांट किया जाता है.
4. दुनिया का दूसरा टेस्ट ट्यूब बेबी लुइस के 67 दिन भारत में जन्मा था.
5. हमारे देश में IVF इलाज का खर्च करीब एक लाख रुपये आता है.