अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहली बार ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ से मुख्यमंत्री के तौर पर पेमा खांडू ने आज शपथ ली. उनके शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के कई बड़े नेता शामिल हुए, तो वहीं कई मंत्रियों और अन्य राज्यों के सीएम ने उन्हें ट्विटर पर बधाई दी.
लोकसभा चुनाव के साथ ही हुए विधानसभा चुनाव में पूर्वोत्तर के इस राज्य में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की थी. अरुणाचल प्रदेश में 'मिशन 60 प्लस 2' (60 विधानसभा और 2 लोकसभा) का लक्ष्य लेकर चल रही बीजेपी ने विधानसभा की 60 सीटों पर हुए चुनाव में बहुमत हासिल करते हुए 41 सीटों पर जीत दर्ज की.
Shri Ram Madhavji ( @rammadhavbjp ) attended the Swearing in ceremony of Shri Pema Khandu ( @PemaKhanduBJP ) led Bharatiya Janata Party government in Arunachal Pradesh. pic.twitter.com/XUd0ihd5Q3
— Rohit Kumar (@iamrohit2104) May 29, 2019
वहीं कांग्रेस को सिर्फ 4 सीटों पर संतोष करना पड़ा था. एनडीए की सहयोगी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने भी इस पहाड़ी राज्य में बेहतर प्रदर्शन करते हुए 7 सीटों पर कब्जा जमा लिया था.
अरुणाचल में बीजेपी को 50.94 फीसदी वोट मिले जबकि कांग्रेस को 17.14 फीसदी वोट मिला. बीजेपी ने राज्य की दोनों लोकसभा सीटों पर भी भारी मतों से जीत दर्ज की थी.
अरुणाचल की राजनीति में बीजेपी को उस वक्त बड़ा फायदा मिला जब पेमा खांडू कांग्रेस और पीपीए छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. साल 2016 के सितंबर महीने में इस पहाड़ी राज्य की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ था. कांग्रेस के 43 विधायकों ने एक साथ पार्टी छोड़ दी थी और मुख्यमंत्री पेमा खांडू के साथ पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (PPA) में शामिल हो गए.
सियासी संकट के लिए चर्चित अरुणाचल प्रदेश में इसके तीन महीने बाद ही दिसंबर महीने में राजनीति बदल गई और पीपीए के अध्यक्ष काहफा बेंगिया ने सीएम खांडू पर पार्टी विरोधी काम करने का आरोप लगाते हुए उन्हें और पांच दूसरे विधायकों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया.
इसके तुरंत बाद राज्य के सीएम पेमा खांडू की अगुवाई में पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) के 43 में से 33 विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया. बीजेपी ने इसके बाद पहली बार राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया और पेमा खांडू ने विधानसभा अध्यक्ष तेजिंग नोरबू थोंकदोक के सामने विधायकों की परेड करा दी.
बीजेपी में शामिल होने के बाद और मुख्यमंत्री बनने के बाद साल 2016 में पेमा खांडू ने पत्रकारों से कहा था कि आखिरकार अरुणाचल प्रदेश में कमल खिल ही गया. अब राज्य के लोग नए साल और नई सरकार में नई सुबह देखेंगे. उन्होंने बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर इसे राज्य हित में लिया गया फैसला बताया था.