असम में रविवार को चुनाव प्रचार थम जाएगा. उससे पहले गृहमंत्री अमित शाह असम में होंगे. वो यहां जालुकबारी से भाजपा उम्मीदवार और राज्य सरकार के मंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा की विधानसभा में रोड शो करेंगे. असम की 126 विधानसभा सीटों में से 86 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है और अब बाकी की 40 सीटों पर 6 अप्रैल को वोटिंग होगी.
अमित शाह को "भाजपा का चाणक्य" कहते हैं, तो हिमंत बिस्वा शर्मा को भी "नॉर्थ-ईस्ट का चाणक्य" कहा जाता है. हिमंत बिस्वा शर्मा की नॉर्थ-ईस्ट में अच्छी-खासी पकड़ मानी जाती है. हिमंत बिस्वा शर्मा जालुकबारी विधानसभा सीट से 2001 से जीतते आ रहे हैं. 2001, 2006 और 2011 का विधानसभा चुनाव उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर जीता. जबकि 2016 का चुनाव उन्होंने बीजेपी के टिकट पर लड़ा और जीता.
2016 में हिमंत बिस्वा शर्मा ने कांग्रेस उम्मीदवार निरेन डेका को 85,935 वोटों से हराया था. उन्होंने 1996 के चुनाव में भी जालुकबारी सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे.
जालुकबारी विधानसभा असम के कामरूप (मेट्रो) जिले में पड़ती है और ये गुवाहाटी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है. इस विधानसभा में कुल 2,02,400 वोटर्स हैं. इस चुनाव में कांग्रेस की तरफ से रामने चंद्र बोर्थाकुर मैदान में हैं. हिमंत बिस्वा शर्मा का ये पहला चुनाव होगा, जब उन्होंने अपनी विधानसभा में कोई खास प्रचार नहीं किया.
जालुकबारी में रोड शो करने के अलावा अमित शाह कल जालुकबारी, सोरभोग और भवानीपुर में चुनावी रैलियों को भी संबोधित करेंगे.
तीन फेज में हो रहे हैं असम में चुनाव
असम की 126 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव हो रहे हैं. पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च दूसरे चरण की वोटिंग 1 अप्रैल को हो चुकी है. 6 अप्रैल को तीसरे चरण में 40 सीटों पर वोटिंग होगी. 2 मई को नतीजे आएंगे. बहुमत के लिए 64 सीटें जीतनी जरूरी हैं.
असम में पिछली बार यानी 2016 विधानसभा चुनावों में भाजपा की सरकार बनी थी. उसे 60 सीटें मिली थीं. सहयोगी दलों को 26 सीटें मिली थीं. कांग्रेस को 26 और AIUDF को 13 सीटें मिली थीं.