Gender | F |
Age | 44 |
State | Delhi |
Constituency | Mustafabad |
आशा चौधरी दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में बीएचएसकेपी उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं. दिल्ली के NORTH-EAST जिले के मुस्तफाबाद निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता 5 फरवरी को उनकी सियासी किस्मत का फैसला करेंगे . उनकी उम्र 44 साल है और उनकी शैक्षिक योग्यता Post Graduate है. उन पर दर्ज केसों की संख्या (0) है. उनकी कुल संपत्ति 27.9 Lac रुपये है, जबकि उन पर 0 रुपये की देनदारी है.
Serious IPC Counts
Education
Cases
self profession
Property details | 2025 |
---|---|
Total Assets | 27.9 Lac |
Movable Assets | 7.9 Lac |
Immovable Assets | 20 Lac |
Liabilities | 0 |
Self Income | 4.2 Lac |
Total Income | 4.2 Lac |
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 3 सीटें जीतीं, जिनमें मुस्तफाबाद सीट भी शामिल है जहां 40 फीसदी मुस्लिम आबादी है. रिठाला, शाहदरा जैसी अन्य मुस्लिम बहुल सीटों पर कैसे रहे नतीजे? कुछ सीटों पर बीजेपी की जीत के क्या कारण बने? देखें.
दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार बनाएगी. बीजेपी के उम्मीदवार 48 सीटों पर जीते. आम आदमी पार्टी 22 सीटों पर जीती. लेकिन पार्टी के सीएम कैंडिडेट अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम फेस मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन जैसे चेहरे चुनाव हार गए हैं.
2025 के दिल्ली चुनावों में AIMIM की भागीदारी का चुनावी नतीजों पर कोई निर्णायक असर नहीं पड़ा. पार्टी के उम्मीदवार जीत हासिल करने या प्रमुख दलों के प्रदर्शन को निर्णायक रूप से प्रभावित करने में सफल नहीं रहे. इससे यह साबित होता है कि दिल्ली में ओवैसी का प्रभाव सीमित है.
Mustafabad Vidhan Sabha Chunav Results 2025: दिल्ली की मुस्तफाबाद सीट से बीजेपी के मोहन सिंह बिस्ट ने जीत दर्ज की है. मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र में 41 प्रतिशत मुस्लिम और 56 प्रतिशत हिंदू रहते हैं, वहां पूरी दिल्ली में सबसे ज्यादा 67 फीसदी मतदान हुआ था.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में मुस्लिम बहुल सीटों पर वोटिंग प्रतिशत में गिरावट देखी गई. मटिया महल में 5%, ओखला में 4%, सीलमपुर में 2%, बल्ली मारन में 8%, चांदनी चौक में 8%, मुस्तफाबाद में 2%, और सदर बाजार में 6% कम वोट पड़े. देखें ये वीडियो.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटिंग 5 फरवरी को पूरी हो गई है. मुस्लिम बहुल इलाकों में 67.7% तक मतदान हुआ, जबकि हिंदू बहुल क्षेत्रों में मात्र 47.5% मतदान दर्ज किया गया. इस मतदान को 'धर्म युद्ध' और 'अच्छाई-बुराई की लड़ाई' की संज्ञा दी जा रही है. देखें वीडियो.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में ओखला और सीलमपुर जैसे मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में बाकी सीटों के मुकाबले ज्यादा मतदान का रुझान देखा गया. आजतक की टीम ने दिल्ली के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में आम जनता से बात की. जिसमें उन्होंने बताया कि किस मुद्दे पर दिल्ली चुनाव में वोट किया है. देखें बातचीत.
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर वोटिंग हो चुकी है. 8 फरवरी को चुनाव नतीजे घोषित किए जाएंगे, लेकिन उससे पहले ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना रशीदी ने कहा कि उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट दिया है. देखिए VIDEO
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में रिकॉर्ड मतदान देखा गया. मुस्तफाबाद में सबसे ज्यादा 67% वोटिंग हुई, जबकि करोल बाग में सिर्फ 47% मतदान हुआ. शाहीन बाग में महिलाओं ने बड़ी संख्या में मतदान किया. मुस्लिम बहुल 12 सीटों पर औसत 63% वोटिंग हुई, जो दिल्ली के कुल औसत 58% से 5% ज्यादा है. इस वोटिंग पैटर्न से मुस्लिम मतदाताओं की लोकतंत्र में भागीदारी का पता चलता है.
दिल्ली में मुस्लिम बहुल क्षेत्र मुस्तफाबाद में सबसे अधिक 56% मतदान दर्ज किया गया. वहीं, सीलमपुर में बीजेपी ने बुरखा पहनी महिलाओं पर फर्जी वोटिंग का आरोप लगाया, जिससे तनाव का माहौल पैदा हो गया. देखें.