AAP
BJP
AIMIM
INC
BSP
Nota
NOTA
AZAP
IND
CPI
SUCI
IND
BHAIP
ANP
RTRP
BUBP
Delhi की Okhla विधानसभा सीट पर AAP का दबदबा, BJP को हराया
Delhi की Okhla सीट पर मुकाबला एकतरफा! AAP ने ली बड़ी बढ़त
Okhla विधानसभा सीट पर AAP विशाल जीत की ओर! जानिए AIMIM कितना पीछे?
Okhla सीट पर AAP का वर्चस्व, 33225 वोटों के विशाल अंतर से AIMIM को पछाड़ा
Okhla सीट पर होगा बड़ा उलटफेर! CONG भारी अंतर से पीछे
Delhi की Okhla सीट पर मुकाबला एकतरफा! AAP ने ली बड़ी बढ़त
ओखला विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र दिल्ली के 70 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. ओखला क्षेत्र पूर्वी दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का एक हिस्सा है. ओखला विधानसभा में मदनपुर खादर गांव, खिजराबाद गांव, जसोला गांव, आली गांव और तैमूर नगर शामिल हैं. ओखला दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सीमा के पास दक्षिण पूर्वी दिल्ली जिले में स्थित एक शहरी इलाका है.
ओखला यमुना नदी के किनारे दिल्ली के सबसे पुराने बसे हुए इलाकों में से एक है.
2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम
आप के अमानतुल्ला खान को 130,367 वोट मिले (जीते)
बीजेपी के ब्रह्म सिंह को 58,540 वोट मिले
कांग्रेस के परवेज हाशमी को 5,123 वोट मिले थे.
2015 दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम
आप के अमानतुल्ला खान को 104,271 वोट मिले
भाजपा के ब्रह्म सिंह को 39,739 वोट मिले
कांग्रेस के आसिफ मुहम्मद खान को 20,135 वोट मिले थे.
Braham Singh
BJP
Parvez Hashmi
INC
Dharam Singh
BSP
Nota
NOTA
Jamaluddin
IND
M.i. Ansari
JRJP
Awanindra Kumar Choubey
IND
Musarrat Ali Khan
RAAJSP
Abhay Raj
IND
Tasleem Ahmed Rehmani
SDPI
Babar Riyaz
IND
Devnarayan Thakur
RVJP
Shazia Faizan
ANC
Dr. Chandra Rajan Arora
LBPI
Ved Prakash
AP
2025 के दिल्ली चुनावों में AIMIM की भागीदारी का चुनावी नतीजों पर कोई निर्णायक असर नहीं पड़ा. पार्टी के उम्मीदवार जीत हासिल करने या प्रमुख दलों के प्रदर्शन को निर्णायक रूप से प्रभावित करने में सफल नहीं रहे. इससे यह साबित होता है कि दिल्ली में ओवैसी का प्रभाव सीमित है.
Okhla Vidhan Sabha Chunav Results: अपने मजबूत जमीनी जुड़ाव के बावजूद अमानतुल्ला खान ने ओखला सीट फतह कर ली. AAP उम्मीदवार के लिए इस बार कांग्रेस और AIMIM के प्रतिद्वंदी उम्मीदवारों की वजह से मुकाबला ज़्यादा प्रतिस्पर्धी हो गया था.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के शुरुआती रुझानों में BJP ने 50 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया है. आम आदमी पार्टी पिछड़ती दिख रही है. अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट पर पीछे चल रहे हैं. मनीष सिसोदिया और आतिशी भी अपनी सीटों पर पिछड़ रहे हैं. मुस्लिम बहुल इलाकों में भी BJP आगे चल रही है. देखें वीडियो.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में मुस्लिम बहुल सीटों पर वोटिंग प्रतिशत में गिरावट देखी गई. मटिया महल में 5%, ओखला में 4%, सीलमपुर में 2%, बल्ली मारन में 8%, चांदनी चौक में 8%, मुस्तफाबाद में 2%, और सदर बाजार में 6% कम वोट पड़े. देखें ये वीडियो.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में ओखला और सीलमपुर जैसे मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में बाकी सीटों के मुकाबले ज्यादा मतदान का रुझान देखा गया. आजतक की टीम ने दिल्ली के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में आम जनता से बात की. जिसमें उन्होंने बताया कि किस मुद्दे पर दिल्ली चुनाव में वोट किया है. देखें बातचीत.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में रिकॉर्ड मतदान देखा गया. मुस्तफाबाद में सबसे ज्यादा 67% वोटिंग हुई, जबकि करोल बाग में सिर्फ 47% मतदान हुआ. शाहीन बाग में महिलाओं ने बड़ी संख्या में मतदान किया. मुस्लिम बहुल 12 सीटों पर औसत 63% वोटिंग हुई, जो दिल्ली के कुल औसत 58% से 5% ज्यादा है. इस वोटिंग पैटर्न से मुस्लिम मतदाताओं की लोकतंत्र में भागीदारी का पता चलता है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाहीनबाग और ओखला क्षेत्र में बंपर वोटिंग देखी गई. ओखला में AIMIM उम्मीदवार सिफावुर्रहमान ने मुकाबले को रोचक बना दिया है. महिला मतदाताओं की भारी भागीदारी दिखी. 55% से अधिक मुस्लिम वोट वाले इस क्षेत्र में AAP के अमानतुल्लाह खान को कड़ी टक्कर मिल रही है. नई दिल्ली सीट पर BJP ने अरविंद केजरीवाल को चुनौती देने के लिए प्रवेश वर्मा को उतारा है, जबकि कांग्रेस के संदीप दीक्षित भी मैदान में हैं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में ओखला और बाटला हाउस जैसे मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में बमपर वोटिंग देखी जा रही है. महिलाएं बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर पहुंच रही हैं, जिनमें बुर्का पहनी महिलाएं भी शामिल हैं. सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है, पैरामिलिट्री फोर्स और दिल्ली पुलिस मौके पर तैनात है. यहां आम आदमी पार्टी, एआईएमआईएम, कांग्रेस और बीजेपी के उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला है. VIDEO
FIR Against Amanatullah Khan: निर्वाचन आयोग के नियम के मुताबिक मतदान की तारीख से 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार की समय सीमा समाप्त हो जाती है. यानी दिल्ली में 3 फरवरी की शाम 6 बजे से चुनाव प्रचार पर रोक लागू थी. फिर भी आम आदमी पार्टी के नेता ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए चुनाव प्रचार किया.
कई मुस्लिम मतदाता मानते हैं कि 2020 दंगों के दौरान आप ने उनका साथ नहीं दिया और तबलीगी जमात को दोषी ठहराया. इसलिए, राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस को वोट देना बेहतर होगा.