Induraj Singh Narwal
INC
Kapoor Singh Narwal
IND
Pardeep Singh Sangwan
BJP
Dharam Vir
BSP
Sandeep Malik
AAP
Deepak Malik
JJP
Nota
NOTA
Devender Kumar Alias Nitu Mor
IND
Baroda निर्वाचन क्षेत्र में Induraj Singh Narwal ने 5642 वोटों से दर्ज की जीत
Induraj Singh Narwal, Kapoor Singh Narwal से 1578 मतों से आगे
Induraj Singh Narwal Independent उम्मीदवार Kapoor Singh Narwal से आगे
नजदीकी प्रतिद्वंद्वी को पछाड़ INC कैंडिडेट Induraj Singh Narwal निकले सबसे आगे
Induraj Singh Narwal ने Kapoor Singh Narwal को पछाड़ा, अब सबसे आगे
INC उम्मीदवार ने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी पर बनाई बढ़त
बरोदा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हरियाणा विधानसभा के 90 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. बरोदा सोनीपत लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का भी हिस्सा है. 2019 तक इस क्षेत्र में सामान्य, विदेशी, प्रॉक्सी, डाक को मिला कर मतदाताओं की कुल संख्या1,22,7 थी.2020 उपचुनाव परिणामकांग्रेस की इंदु राज नरवाल को 60,636 वोट मिले (जीती)बीजेपी के योगेश्वर दत्त को 50,070 वोट मिलेएलएसपी के राजकुमार सैनी को 5,611 वोट मिले थे.2019 विधानसभा चुनाव परिणामकांग्रेस के कृष्ण हुड्डा को 42,566 वोट मिले (जीते)बीजेपी के योगेश्वर दत्त को 37,726 वोट मिलेजेजेपी के भूपिंदर मलिक को 32,480 वोट मिले थे.2014 विधानसभा चुनाव परिणामकांग्रेस के कृष्ण हुड्डा को 50,530 वोट मिले (जीते) इनेलो के डॉ. कपूर सिंह नरवाल को 45,347 वोट मिलेबीजेपी के बलजीत सिंह मलिक को 8,698 वोट मिले थे.
Yogeshwar Dutt
BJP
Bhupinder Malik
JJP
Naresh
BSP
Joginder
INLD
Satyanarayn
LKSK(P)
Dinesh
BSP(A)
Nota
NOTA
Lokesh Kumar
IND
Shakuntala
JMBP
Dharampal
IND
Wazir
IND
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए बहुमत का आंकड़ा 46 है. बीजेपी को 48 सीटों पर जीत मिली जबकि कांग्रेस 37 सीटें ही जीत सकी. कांटे के मुकाबले में 13 सीटें निर्णायक साबित हुईं, जहां मतगणना के दौरान दोपहर तक कांग्रेस पांच हजार या इससे कम वोट के अंतर से पीछे चल रही थी.
हरियाणा विधानसभा चुनाव में इस बार 13 महिला विधायक बनी हैं. मंगलवार को घोषित राज्य चुनाव परिणामों के अनुसार, 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा के लिए तेरह महिला उम्मीदवार चुनी गई हैं. 2019 के विधानसभा चुनावों के दौरान, आठ महिला उम्मीदवार विधायक चुनी गई थीं.
मानसून का मौसम अभी-अभी समाप्त हुआ है और एक बार फिर गुरुग्राम जिसे अक्सर "सहस्राब्दी शहर" के रूप में जाना जाता है. इसने खुद को बड़े पैमाने पर नागरिक अव्यवस्था से जूझता हुआ पाया. आधुनिकता और विकास का प्रतीक बनने की आकांक्षा रखने वाला यह शहर इन चुनौतियों से अपरिचित नहीं है.
हरियाणा की सिरसा सीट हॉट सीटों में शामिल थी, क्योंकि यहां से गोपाल कांडा चुनाव लड़ रहे थे. एयर होस्टेज गीतिका शर्मा सुसाइड मामले से चर्चा में आए कांडा हरियाणा ही नहीं देशभर में एक चर्चित नाम है.
Rania Chunav Parinam: हरियाणा के 90 सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव में Rania सीट पर अर्जुन चौटाला ने कांग्रेस के सर्व मित्र को 4191 वोटों से हरा दिया. इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने अर्जुन चौटाला को मैदान में उतारा था.
अनिल विज ने हरियाणा के सीएम पद को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने सीएम पद को लेकर कहा है कि अनिल विज से अगर कह दिया जाये कि हिमालय पर चढ़ना है तो मैं हिमालय पर भी चढ़ जाऊंगा. मैं तो पार्टी की हर बात मानता हूं. अगर पार्टी चाहेगी तो मेरा इनकार नहीं है.
चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अगर वह तीन-चार महीने पहले जेल से रिहा हो जाते, तो चुनाव के बाद उनकी पार्टी राज्य में अपनी सरकार बना लेती. पार्टी ने केजरीवाल को 'हरियाणा का लाल' के रूप में पेश किया और उनके नाम पर वोट मांगे. इसके बावजूद उनकी पार्टी खाता तक नहीं खोल सकी.
Haryana VIP Seats Results: हरियाणा में शुरुआती रुझानों में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला, लेकिन जैसे-जैसे वोटों की गिनती आगे बढ़ी कांग्रेस की सीटों की संख्या घटती गई और बीजेपी का नंबरगेम बढ़ता गया. इस बार दुष्यंत चौटाला और उनके भाई दिग्विजय चौटाला चुनाव हार गए, जबकि उनके ताऊ अभय सिंह चौटाला को भी ऐलनाबाद सीट से हार ही मिली. VIP मानी जाने वाली लाडवा सीट से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गढ़ी सांपला से भूपिंदर सिंह हुड्डा, जुलाना से विनेश फोगाट, हिसार से सावित्री जिंदल ने चुनाव जीत लिया है.
बीजेपी ने हरियाणा में रिकॉर्ड बना दिया है. पार्टी लगातार तीसरी बार यहां सरकार बनाने जा रही है. चुनाव आयोग के मुताबिक, बीजेपी ने यहां की 90 में से 48 सीटें जीत ली हैं. ऐसे में जानते हैं कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री बदलने का बीजेपी का फॉर्मूला कितना हिट रहा है?
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा सीटों के नतीजे स्पष्ट हो चुके हैं. इस बार बीजेपी ने राज्य में हैट्रिक मार ली है. जबकि एक दशक बाद राज्य में सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही कांग्रेस के हाथ निराशा लगी है. इस चुनाव में मुख्य रूप से बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, इनेलो-बसपा और जेजेपी-आजाद समाज पार्टी शामिल रहीं.