Naresh Selwal
INC
Anoop Dhanak
BJP
Balraj Singh
INLD
Narender Khanna
AAP
Rohtash
JJP
Nota
NOTA
Anil Bithmara
HJSP
Birbal Singh
IND
Uklana में INC ने BJP को दी शिकस्त
नजदीकी प्रतिद्वंद्वी को पछाड़ INC कैंडिडेट Naresh Selwal निकले सबसे आगे
Naresh Selwal, Anoop Dhanak से 13556 मतों से आगे
INC उम्मीदवार 33407 वोट पाकर सबसे आगे
Uklana सीट पर INC उम्मीदवार सबसे आगे
Naresh Selwal ने Anoop Dhanak को पछाड़ा, अब सबसे आगे
उकलाना (एससी) हरियाणा के हिसार जिले में एक शहर और नगरपालिका समिति है. उकलाना हरियाणा के 20 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. उकलाना हिसार जिले में एक आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र है. यह हिसार लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है. 2019 तक इस क्षेत्र में सामान्य, विदेशी, प्रॉक्सी, डाक को मिला कर मतदाताओं की कुल संख्या 1,39,766 थी.2019 विधानसभा चुनाव परिणामजेजेपी के अनूप धानक को 65,369 वोट मिले (जीते) बीजेपी की आशा खेदड़ को 41,676 वोट मिलेकांग्रेस की बाला देवी को 11,573 वोट मिलेनिर्दलीय उम्मीदवार नरेश सेलवाल को 10,353 वोट मिले थे.2014 विधानसभा चुनाव परिणामआईएनएलडी के अनूप धानक को 58,120 वोट मिलेबीजेपी के सीमा गैबीपुर को 40,193 वोट मिलेकांग्रेस के नरेश सेलवाल को 26,535 वोट मिले एचजेसी(बीएल) के बृजलाल को 8,555 वोट मिले थे.
Asha Khedar
BJP
Bala Devi
INC
Naresh Selwal
IND
Ch. Bhajan Lal
BSP
Lalita Taank
INLD
Manjit Ranga
AAP
Nota
NOTA
Ramphal Bithmara
SHP
Naveen Surewala
SWAI
Ishwar Chander
IND
Bhai Sandip Kanoh
IND
Sandeep
LKSK(P)
Bharti Uklana
IND
Mukesh Duggal
ABND
Balmiki Rohtash Chhan
BKP(J)
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए बहुमत का आंकड़ा 46 है. बीजेपी को 48 सीटों पर जीत मिली जबकि कांग्रेस 37 सीटें ही जीत सकी. कांटे के मुकाबले में 13 सीटें निर्णायक साबित हुईं, जहां मतगणना के दौरान दोपहर तक कांग्रेस पांच हजार या इससे कम वोट के अंतर से पीछे चल रही थी.
हरियाणा विधानसभा चुनाव में इस बार 13 महिला विधायक बनी हैं. मंगलवार को घोषित राज्य चुनाव परिणामों के अनुसार, 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा के लिए तेरह महिला उम्मीदवार चुनी गई हैं. 2019 के विधानसभा चुनावों के दौरान, आठ महिला उम्मीदवार विधायक चुनी गई थीं.
मानसून का मौसम अभी-अभी समाप्त हुआ है और एक बार फिर गुरुग्राम जिसे अक्सर "सहस्राब्दी शहर" के रूप में जाना जाता है. इसने खुद को बड़े पैमाने पर नागरिक अव्यवस्था से जूझता हुआ पाया. आधुनिकता और विकास का प्रतीक बनने की आकांक्षा रखने वाला यह शहर इन चुनौतियों से अपरिचित नहीं है.
हरियाणा की सिरसा सीट हॉट सीटों में शामिल थी, क्योंकि यहां से गोपाल कांडा चुनाव लड़ रहे थे. एयर होस्टेज गीतिका शर्मा सुसाइड मामले से चर्चा में आए कांडा हरियाणा ही नहीं देशभर में एक चर्चित नाम है.
Rania Chunav Parinam: हरियाणा के 90 सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव में Rania सीट पर अर्जुन चौटाला ने कांग्रेस के सर्व मित्र को 4191 वोटों से हरा दिया. इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने अर्जुन चौटाला को मैदान में उतारा था.
अनिल विज ने हरियाणा के सीएम पद को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने सीएम पद को लेकर कहा है कि अनिल विज से अगर कह दिया जाये कि हिमालय पर चढ़ना है तो मैं हिमालय पर भी चढ़ जाऊंगा. मैं तो पार्टी की हर बात मानता हूं. अगर पार्टी चाहेगी तो मेरा इनकार नहीं है.
चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अगर वह तीन-चार महीने पहले जेल से रिहा हो जाते, तो चुनाव के बाद उनकी पार्टी राज्य में अपनी सरकार बना लेती. पार्टी ने केजरीवाल को 'हरियाणा का लाल' के रूप में पेश किया और उनके नाम पर वोट मांगे. इसके बावजूद उनकी पार्टी खाता तक नहीं खोल सकी.
Haryana VIP Seats Results: हरियाणा में शुरुआती रुझानों में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला, लेकिन जैसे-जैसे वोटों की गिनती आगे बढ़ी कांग्रेस की सीटों की संख्या घटती गई और बीजेपी का नंबरगेम बढ़ता गया. इस बार दुष्यंत चौटाला और उनके भाई दिग्विजय चौटाला चुनाव हार गए, जबकि उनके ताऊ अभय सिंह चौटाला को भी ऐलनाबाद सीट से हार ही मिली. VIP मानी जाने वाली लाडवा सीट से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गढ़ी सांपला से भूपिंदर सिंह हुड्डा, जुलाना से विनेश फोगाट, हिसार से सावित्री जिंदल ने चुनाव जीत लिया है.
बीजेपी ने हरियाणा में रिकॉर्ड बना दिया है. पार्टी लगातार तीसरी बार यहां सरकार बनाने जा रही है. चुनाव आयोग के मुताबिक, बीजेपी ने यहां की 90 में से 48 सीटें जीत ली हैं. ऐसे में जानते हैं कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री बदलने का बीजेपी का फॉर्मूला कितना हिट रहा है?
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा सीटों के नतीजे स्पष्ट हो चुके हैं. इस बार बीजेपी ने राज्य में हैट्रिक मार ली है. जबकि एक दशक बाद राज्य में सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही कांग्रेस के हाथ निराशा लगी है. इस चुनाव में मुख्य रूप से बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, इनेलो-बसपा और जेजेपी-आजाद समाज पार्टी शामिल रहीं.