Dilip Dattatray Walse Patil
NCP
Devdatta Jayvantrao Nikam
NCP (SP)
Devdatta Shivajirao Nikam
BDP
Indore Sunil Kondaji
MNS
Nota
NOTA
Gholap Patil Dipak Dattaram
JHJSP
Dipak Rajkumar Panchmukh
VANBB
Sheetal Sanjay Bharmal
IND
Surekha Nighot
IND
Wagh Sandip Shankar
IND
Nivrutti Tukaram Gawade
IND
Nikam Laxman Mahadu
IND
Ambegaon निर्वाचन क्षेत्र में NCP को मिली जीत
NCP उम्मीदवार Ambegaon सीट पर सबसे आगे
NCP और NCP (SP) में जारी है बेहद कड़ा मुकाबला
Ambegaon विधानसभा सीट का क्या है ताजा हाल? जानें लेटेस्ट अपडेट
Dilip Dattatray Walse Patil ने Devdatta Jayvantrao Nikam पर ली 4675 वोटों की बढ़त
NCP उम्मीदवार ने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी पर बनाई बढ़त
अंबेगांव विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र पुणे जिले में स्थित महाराष्ट्र विधानसभा के कई निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. यह पुणे जिले में शिरूर (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) का एक हिस्सा है, साथ ही पाँच अन्य विधानसभा क्षेत्र, जैसे जुन्नार, खेड़ अलंदी, शिरूर, भोसरी और हडपसर भी इसमें शामिल हैं.1999 से दिलीप वाल्से-पाटिल का इस सीट पर कब्जा रहा है. वे महाराष्ट्र सरकार में वर्तमान विधायक और अध्यक्ष हैं.2019 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणामएनसीपी के दिलीप वाल्से-पाटिल को 126,120 वोट मिले (जीते)एसएचएस के राजाराम बनखेल को 59,345 वोट मिले थे.
Bankhele Rajaram Bhivsen
SHS
Nota
NOTA
Anita Shantaram Gabhale
IND
Ravindra Baburao Chavan
BSP
Vishal Popat Dhokale
RTRP
Sanjay Laxman Padwal
BNS(P)
पीएम मोदी के स्वागत में जेपी नड्डा ने कहा कि जनता ने बांटने वालों को जवाब दे दिया है. इन बांटने वालों को मुंह की खानी पड़ी है. जेपी नड्डा ने कहा कि संविधान के नाम पर वो लोग गुमराह करते रहे.
डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का एक बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, 'लोगों ने अपना जनादेश दे दिया है और लोगों ने एकनाथ शिंदे को असली शिवसेना के रूप में स्वीकार कर लिया है और अजित पवार को एनसीपी की वैधता मिल गई है.'
Maharashtra Election Results 2024 Constituency Wise Candidates List: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने बड़ी जीत हासिल की है. इस चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 132 सीटें जीती है. महाराष्ट्र में किस सीट पर कौन जीता और कौन हारा, नीचे दी गई लिस्ट में देख सकते हैं.
महाराष्ट्र चुनाव के आज जो नतीजे सामने आ रहे हैं वो हर किसी को हैरान कर रहे हैं. महायुति की जीत एक सुनामी की तरह है जिसमें महाविकास अघाड़ी का एक तरह से सूपड़ा साफ हो गया. सवाल है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? ऐसा इसलिए क्योंकि BJP अकेले 130 से ज्यादा सीटों पर आगे है. देखें दंगल.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे अब सामने आ गए हैं. महायुति को 230 सीटों पर जीत मिली है, जबकि महाविकास अघाड़ी 48 सीटों पर सिमट गया है. महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को एक चरण में चुनाव हुए थे. इस बार मुकाबला महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच है. महायुति में बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) शामिल है जबकि महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और एनसीपी (शरद पवार) शामिल हैं.
मालेगांव सेंट्रल सीट से एआईएमआईएम के मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल ने जीत तो हासिल की लेकिन वो भी बेहद कम मार्जिन से. मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल को 109653 वोट मिले. वहीं, उनके जीत का मार्जिन केवल 162 वोट का रहा. उन्होंने महाराष्ट्र की इंडियन सेक्युलर लार्जेस्ट असेंबली पार्टी ऑफ़ महाराष्ट्र से उम्मीदवार आसिफ शेख रशीद को हराया. उन्हें 109491 वोट मिले.
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में विजयी जुलूस के दौरान हादसा हो गया. जहां जेसीबी से गुलाल उड़ाने के दौरान आग लग गई. जिससे विजयी इंडिपेंडेंट प्रत्याशी शिवाजी पाटील सहित 3-4 लोग घायल हो गए.
चुनावी नतीजों के बाद पीएम मोदी बीजेपी मुख्यालय पहुंचे. यहां पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू कश्मीर में फिर से आर्टिकल 370 की दीवार बनाने का प्रयास किया है. महाराष्ट्र ने उनको साफ साफ बता दिया कि यह नहीं चलेगा. देखें.
जानकारों का कहना है कि डमी कैंडिडेट निर्दलीय उम्मीदवार रोहित चंद्रकांत की वजह से एनसीपी (एसपी) रोहित पवार के जीत का मार्जिन कम रह गया. निर्दलीय रोहित चंद्रकांत को 3489 वोट मिले. वहीं, काउंटिंग के वक्त आखिरी राउंड में कुछ तकनीकी मतों की वजह से रोहित पवार के 300 वोट से हार की बात सामने आई. हालांकि दोबारा काउंटिंग होने पर रोहित पवार 1243 वोट से विजय रहे.
महाराष्ट्र में ऐतिहासिक जीत के बाद पीएम मोदी नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय पहुंचे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है. कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया. हमारी सरकार ने मराठी को क्लासिकल लैंग्वेज का दर्जा दिया. मातृभाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है.