Ajay Vinayak Choudhari
SHS (UBT)
Bala Dagdu Nandgaonkar
MNS
Nana Ambole
IND
Nota
NOTA
Milind Deorao Kamble
VANBB
Madan Harishchandra Khale
BSP
Dr. Anagha Chhatrapati
IND
Mohan Kisan Waidande
SWP
Shivadi में SHS (UBT) ने MNS को हराया
Shivadi सीट पर SHS (UBT) उम्मीदवार सबसे आगे
SHS (UBT) उम्मीदवार 68051 वोट पाकर सबसे आगे
Ajay Vinayak Choudhari, Bala Dagdu Nandgaonkar से 7194 मतों से आगे
Ajay Vinayak Choudhari ने Bala Dagdu Nandgaonkar पर ली 7510 वोटों की बढ़त
Ajay Vinayak Choudhari ने Bala Dagdu Nandgaonkar को पछाड़ा, अब सबसे आगे
शिवड़ी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र महाराष्ट्र राज्य के 288 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. शिवड़ी महाराष्ट्र के नासिक जिले के निफाड़ उपजिले में एक गांव है. शिवड़ी मुंबई शहर जिले में स्थित 10 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. साल 2009 में यहां मतदाताओं की संख्या 268,072 थी, जिसमें पुरुष 151,641 और महिला 116,431 थी साथ ही 42,182 अल्पसंख्यक समुदाय से थे.यह मुंबई दक्षिण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का एक हिस्सा है.2019 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणामएसएचएस के अजय चौधरी को 77,687 वोट मिले (जीते) एमएनएस के संतोष रघुनाथ नलवाडे को 38,350 वोट मिले थे.2014 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणामएसएचएस के अजय चौधरी को 72,46 वोट मिले (जीते)मनसे के बाला नंदगांवकर को 30,553 वोट मिले थे.
Santosh Raghunath Nalawade
MNS
Uday Vitthal Phansekar
INC
Nota
NOTA
Madan Harishchandra Khale
BSP
पीएम मोदी के स्वागत में जेपी नड्डा ने कहा कि जनता ने बांटने वालों को जवाब दे दिया है. इन बांटने वालों को मुंह की खानी पड़ी है. जेपी नड्डा ने कहा कि संविधान के नाम पर वो लोग गुमराह करते रहे.
डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का एक बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, 'लोगों ने अपना जनादेश दे दिया है और लोगों ने एकनाथ शिंदे को असली शिवसेना के रूप में स्वीकार कर लिया है और अजित पवार को एनसीपी की वैधता मिल गई है.'
Maharashtra Election Results 2024 Constituency Wise Candidates List: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने बड़ी जीत हासिल की है. इस चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 132 सीटें जीती है. महाराष्ट्र में किस सीट पर कौन जीता और कौन हारा, नीचे दी गई लिस्ट में देख सकते हैं.
महाराष्ट्र चुनाव के आज जो नतीजे सामने आ रहे हैं वो हर किसी को हैरान कर रहे हैं. महायुति की जीत एक सुनामी की तरह है जिसमें महाविकास अघाड़ी का एक तरह से सूपड़ा साफ हो गया. सवाल है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? ऐसा इसलिए क्योंकि BJP अकेले 130 से ज्यादा सीटों पर आगे है. देखें दंगल.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे अब सामने आ गए हैं. महायुति को 230 सीटों पर जीत मिली है, जबकि महाविकास अघाड़ी 48 सीटों पर सिमट गया है. महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को एक चरण में चुनाव हुए थे. इस बार मुकाबला महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच है. महायुति में बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) शामिल है जबकि महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और एनसीपी (शरद पवार) शामिल हैं.
मालेगांव सेंट्रल सीट से एआईएमआईएम के मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल ने जीत तो हासिल की लेकिन वो भी बेहद कम मार्जिन से. मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल को 109653 वोट मिले. वहीं, उनके जीत का मार्जिन केवल 162 वोट का रहा. उन्होंने महाराष्ट्र की इंडियन सेक्युलर लार्जेस्ट असेंबली पार्टी ऑफ़ महाराष्ट्र से उम्मीदवार आसिफ शेख रशीद को हराया. उन्हें 109491 वोट मिले.
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में विजयी जुलूस के दौरान हादसा हो गया. जहां जेसीबी से गुलाल उड़ाने के दौरान आग लग गई. जिससे विजयी इंडिपेंडेंट प्रत्याशी शिवाजी पाटील सहित 3-4 लोग घायल हो गए.
चुनावी नतीजों के बाद पीएम मोदी बीजेपी मुख्यालय पहुंचे. यहां पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू कश्मीर में फिर से आर्टिकल 370 की दीवार बनाने का प्रयास किया है. महाराष्ट्र ने उनको साफ साफ बता दिया कि यह नहीं चलेगा. देखें.
जानकारों का कहना है कि डमी कैंडिडेट निर्दलीय उम्मीदवार रोहित चंद्रकांत की वजह से एनसीपी (एसपी) रोहित पवार के जीत का मार्जिन कम रह गया. निर्दलीय रोहित चंद्रकांत को 3489 वोट मिले. वहीं, काउंटिंग के वक्त आखिरी राउंड में कुछ तकनीकी मतों की वजह से रोहित पवार के 300 वोट से हार की बात सामने आई. हालांकि दोबारा काउंटिंग होने पर रोहित पवार 1243 वोट से विजय रहे.
महाराष्ट्र में ऐतिहासिक जीत के बाद पीएम मोदी नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय पहुंचे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है. कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया. हमारी सरकार ने मराठी को क्लासिकल लैंग्वेज का दर्जा दिया. मातृभाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है.