दिल्ली के दंगल में एक-दूसरे को पटखनी देकर सत्ता के शीर्ष पर काबिज होने की रेस में जुटे राजनीतिक दलों का फोकस झुग्गियों पर हो गया है. सत्ताधारी आम आदमी पार्टी का परंपरागत वोटर माने जाने वाले झुग्गियों के वोटबैंक को अपने पाले में करने की कोशिश में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने विशेष अभियान चलाया, सांसदों और नेताओं ने झुग्गी प्रवास किए और संकल्प पत्र में भी कई लुभावने वादे किए हैं. अपने कोर वोटर को बचाए रखने और बीजेपी की रणनीति को काउंटर करने के लिए अब आम आदमी पार्टी भी एक्टिव हो गई है.
सूत्रों की मानें तो आम आदमी पार्टी ने हर झुग्गी के लिए 8-8, 10-10 लोगों की टीम बनाई है. इस टीम में झुग्गी के शिक्षित लोगों के साथ ही प्रभावशाली व्यक्तियों को शामिल किया गया है. हर टीम की अगुवाई के लिए एक झुग्गी प्रधान और एक झुग्गी संरक्षक की नियुक्ति की गई है. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता झुग्गियों में पहुंचकर यह संदेश देने में जुटे हैं कि बीजेपी आई तो झुग्गियां तोड़ देगी और आम आदमी पार्टी इन्हें बचाने के लिए लड़ रही है, खासकर महिला मतदाताओं के बीच.
आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता महिलाओं के बीच पहुंचकर अरविंद केजरीवाल का बचत वाला गणित भी समझा रहे हैं. उन्हें ये बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी की सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के कारण किस तरह से और कितना पैसा बच रहा है. बीजेपी के राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के नेताओं ने झुग्गी प्रवास जैसे अभियान के जरिये झुग्गी के वोटबैंक में सेंध लगाने की रणनीति पर पिछले कई महीनों से काम कर रहे हैं. बीजेपी का पूर्वांचली मोर्चा भी पिछले कई महीने से दिल्ली में आक्रामक प्रचार कर रहा है.
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बीजेपी की पूर्वांचली वोटबैंक को लेकर रणनीति काउंटर करने के लिए आम आदमी पार्टी ने टास्क फोर्स का गठन किया है जिसकी निगरानी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह कर रहे हैं. आम आदमी पार्टी के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस विशेष अभियान से संबंधित डेटा और प्रचार की निगरानी खुद पार्टी के महासचिव (संगठन) संदीप पाठक भी कर रहे हैं. आम आदमी पार्टी का ये अभियान डेटा पर आधारित है और इसमें भावनात्मक मुद्दों का भी सहारा लिया जा रहा है. हर रोज का डेटा और रिपोर्ट संदीप पाठक को भेजा जा रहा है.
बीजेपी ने AAP की मजबूती को किया टार्गेट
बीजेपी ने आम आदमी पार्टी की मजबूती माने जाने वाले झुग्गियों के वोटबैंक को टार्गेट कर विशेष अभियान चलाया. इसका नतीजा ये हुआ कि आम आदमी पार्टी को अपना गढ़ माने जाने वाले कई इलाकों में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. खासकर, नई दिल्ली विधानसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा का पूरा का पूरा चुनाव अभियान ही झुग्गी बस्तियों पर केंद्रित है. इस विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल करते हैं. 2013, 2015 और 2020, अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से लगातार तीन चुनाव जीत चुके हैं.
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नई दिल्ली विधानसभा सीट पर केजरीवाल की मजबूती के पीछे झुग्गियों का वोटबैंक ही अहम माना जाता है. अब बीजेपी के प्रचार का मुकाबला करने के लिए आम आदमी पार्टी ने शिक्षित नौजवानों को एक्टिव किया है. इसी तरह जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के उम्मीदवार तरविंदर सिंह मारवाह आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की राह मुश्किल कर रहे हैं. कांग्रेस के टिकट पर तीन बार विधायक रहे मारवाह मैन टू मैन मार्किंग के लिए जाने जाते हैं. बीजेपी उम्मीदवार मारवाह के बेटे लाजपत नगर वार्ड से काउंसलर भी हैं. जंगपुरा सीट भी 2013 के दिल्ली चुनाव से ही आम आदमी पार्टी का गढ़ रही है और यहां अपने कोर वोटर को अपने पाले में बनाए रखने के लिए आम आदमी पार्टी को मेहनत करनी पड़ रही है.