scorecardresearch
 

Delhi Election 2025: '26 जनवरी को यमुना में अमोनिया लेवल 7PPM था, मैंने सवाल उठाया तो...', बोले केजरीवाल

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद ने कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को दिसंबर में पता चला था कि यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा बढ़नी शुरू हो गई है. हम पानी पर राजनीति नहीं चाहते. दिल्ली की सीएम आतिशी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस स्थिति को संभालने के लिए कई प्रयास किए.

Advertisement
X
AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल
AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले यमुना के पानी को लेकर सियासत तेज हो गई है. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे प्रयासों की वजह से यमुना नदी में अमोनिया का लेवल कम हो गया है. इससे साफ है कि बीजीपी की अगुवाई में हरियाणा की सरकार ने यमुना में अमोनिया का लेवल बढ़ाने की साजिश की थी. 

Advertisement

केजरीवाल ने कहा कि इस मामले पर चुनाव आयोग की ओर से भेजे गए नोटिस की भाषा से पता चलता है कि उन्हें जो करना है, वह करेंगे. दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को दिसंबर में पता चला था कि यमुना नदी में अमोनिया का लेवल बढ़ना शुरू हो गया है. हम पानी पर राजनीति नहीं चाहते. दिल्ली की सीएम आतिशी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस स्थिति को संभालने के लिए कई प्रयास किए हैं.

आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल ने कहा कि आतिशी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से आग्रह किया था कि या तो पानी में अमोनिया का लेवल कम किया जाए या फिर यमुना के पानी की मात्रा बढ़ाई जाए. हरियाणा के सीएम ने तीन बार आतिशी के फोन का जवाब दिया लेकिन उसके बाद बात करनी बंद कर दी. 

Advertisement

केजरीवाल ने कहा कि 26 जनवरी को यमुना के पानी में अमोनिया का लेवल 7पीपीएम था. 27 जनवरी को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने इस मुद्दे को उठाया. या तो दिल्ली में स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ाने की साजिश थी या फिर जल संकट लाने की. अगर मैं इस मामले को नहीं उठाता तो दिल्ली के लगभग एक करोड़ लोगों को जल संकट का सामना करना पड़ता.

उन्होंने कहा कि आज यमुना के पानी में अमोनिया का लेवल 2.1पीपीएम तक आ गया है. दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने चुनाव आयोग से इस स्थिति से निपटने का अनुरोध किया था. लेकिन चुनाव आयोग ने मुझे नोटिस दे दिया. आयोग हाथ धोकर मेरे पीछे पड़ गया है.

बता दें कि दिल्ली चुनाव से पहले 'यमुना में जहर' वाले बयान पर अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. चुनाव आयोग ने इस मामले पर AAP चीफ केजरीवाल से 5 सवाल पूछते हुए आज जवाब देने को कहा है.

उनसे जो पांच सवाल पूछे गए हैं, उनमें पहला सवाल है कि हरियाणा सरकार ने यमुना नदी में किस प्रकार का जहर मिलाया? इस जहर की मात्रा, प्रकृति और इसे पहचानने के तरीके का क्या प्रमाण है, जिससे नरसंहार हो सकता था? जहर कहां पाया गया था? दिल्ली जल बोर्ड के किन इंजीनियरों ने इसे कहां और कैसे पहचाना? इंजीनियरों ने जहरीले पानी को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए कौन सा तरीका अपनाया?

Advertisement

यमुना को लेकर क्या है विवाद?

बता दें कि 27 जनवरी को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा की तरफ से दिल्ली को उपलब्ध कराए जा रहे पानी की खराब गुणवत्ता का मुद्दा उठाया था. केजरीवाल ने कहा था,'लोगों को पानी से वंचित करना, इससे बड़ा पाप कुछ भी नहीं है. भाजपा अपनी गंदी राजनीति से दिल्ली की जनता को प्यासा छोड़ना चाह रही है. वे हरियाणा से भेजे जा रहे पानी में जहर मिला रहे हैं. केजरीवाल ने आगे कहा था,'यह प्रदूषित पानी इतना जहरीला है कि इसे दिल्ली में मौजूद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की मदद से उपचारित नहीं किया जा सकता है. भाजपा दिल्लीवासियों की सामूहिक हत्या करना चाहती है. पर हम ऐसा नहीं होने देंगे.'

Live TV

Advertisement
Advertisement