ओडिशा, आंध्र प्रदेश, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव होने हैं. राजनीतिक पार्टियों ने लोकसभा चुनाव के साथ होने जा रहे इन राज्यों के चुनाव को लेकर अपनी-अपनी रणनीति को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. सिक्किम में जहां सत्ताधारी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का पहले से ही गठबंधन है. वहीं, अरुणाचल में नेताओं का एक से दूसरे दल में जाने का सिलसिला तेज हो गया है. ओडिशा और आंध्र प्रदेश में नए समीकरण बनते दिख रहे हैं.
ओडिशा में फिर साथ आएंगे पुराने सहयोगी?
ओडिशा और आंध्र प्रदेश में नया गठबंधन आकार लेता नजर आ रहा है. ओडिशा में सत्ताधारी बीजू जनता दल (बीजेडी) और बीजेपी के साथ आने की सुगबुगाहट तेज हो गई है. पीएम मोदी 5 मार्च को ओडिशा दौरे पर थे. पीएम मोदी और नवीन पटनायक, दोनों के मंच साझा करने के अगले ही दिन बीजेपी ने ओडिशा के अपने नेताओं को दिल्ली बुला लिया. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने ओडिशा बीजेपी के नेताओं के साथ बैठक की तो वहीं उसी दिन एक बैठक भुवनेश्वर के शंख भवन में भी हो रही थी.
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बीजेडी कार्यालय शंख भवन में हुई इस बैठक में सीएम नवीन पटनायक के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी भी शामिल हुए. बीजेडी महासचिव मानस आर मंगराज के मुताबिक बैठक में आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति पर चर्चा हुई. उन्होंने यह भी कहा है कि 2036 में ओडिशा बतौर राज्य सौ साल पूरा करने जा रहा है और इसे लेकर पार्टी ने कई लक्ष्य निर्धारित किए हैं. ओडिशा के लोगों के व्यापक हित में बीजेडी और नवीन पटनायक सबकुछ करने को तैयार हैं.
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आंध्र में आकार ले रहा नया गठबंधन
चर्चा आंध्र प्रदेश को लेकर भी है. सूबे में पहले से ही चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) और पवन कल्याण के नेतृत्व वाली जनसेना पार्टी का गठबंधन है. अब इस गठबंधन में बीजेपी की एंट्री को लेकर भी चर्चा जोरो पर है. कहा जा रहा है कि बीजेपी और टीडीपी के बीच गठबंधन का फॉर्मूला भी करीब-करीब तय हो गया है. चंद्रबाबू नायडू की बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कभी भी गठबंधन का औपचारिक ऐलान हो सकता है.
सिक्किम-अरुणाचल में क्या सीन है?
सिक्किम में एसकेएम की सरकार है और बीजेपी पहले से ही सत्ता में भागीदार है. दोनों ही दलों का चुनाव मैदान में गठबंधन कर उतरना करीब-करीब तय माना जा रहा है. वहीं, अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी सत्ता में है. चुनाव से पहले पार्टी लगातार अपने कुनबे का विस्तार कर रही है. पिछले कुछ दिनों की ही बात करें तो अरुणाचल विधानसभा में विपक्षी कांग्रेस के चार में से विधायक दल के नेता समेत तीन विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे.