
दिल्ली के चुनावी दंगल में वादों की बहार है. सत्ताधारी आम आदमी पार्टी से लेकर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस, हर दल ने वोट जुटाने के लिए वादों की पोटली खोल दी है. गुरुवार को कांग्रेस ने दिल्ली में दो और बड़े वादे किए. कांग्रेस ने सत्ता में आने पर फ्री राशन के साथ 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने का वादा किया है.
दिल्ली में अपनी खोई सियासी जमीन वापस पाने की कोशिशों में जुटी कांग्रेस ने 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने की गारंटी भी केंद्र शासित प्रदेश की जनता को दी है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने गुरुवा को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली के लिए महंगाई मुक्त योजना का वादा किया. उन्होंने महंगाई का जिक्र करते हुए ये गारंटी दी और कहा कि कांग्रेस अगर सत्ता में आती है तो अपनी पांच गारंटियां पूरी करेगी.
तेलंगाना सीएम इस मौके पर अरविंद केजरीवाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि केजरीवाल तीन बार मुख्यमंत्री बने और नरेंद्र मोदी तीन बार प्रधानमंत्री बने लेकिन इन्होंने दिल्ली के लिए कुछ नहीं किया. रेवंत रेड्डी ने केसीआर या बीआरएस का नाम लिए बिना कहा कि हमने तेलंगाना में शराब पार्टनर को हराया है और मेन पार्टनर को हराने के लिए दिल्ली आया हूं.
तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी के साथ इस दौरान दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे. इन वादों के जरिये कांग्रेस की कोशिश महिला मतदाताओं को अपने पाले में लाने की है. कांग्रेस ने महिला वोट बैंक का ध्यान रखते हुए एक हफ्ते पहले ही सत्ता में आने पर हर महिला को 2500 रुपये देने का वादा किया था.
यह भी पढ़ें: दिल्ली बोली: बदरपुर में 'ख़स्ता-हाल सड़क' सबसे बड़ा मुद्दा, जानिए क्या चाहते हैं वोटर्स
कांग्रेस ने 8 जनवरी को ये वादा भी किया था कि अगर पार्टी सत्ता में आई तो जीवन रक्षा योजना के तहत 25 लाख रुपये तक का फ्री स्वास्थ्य कवर दिया जाएगा. दिल्ली की सत्ता से 12 साल से बाहर चल रही कांग्रेस ने सत्ता में आने पर शिक्षित बेरोजगारों को हर महीने 8500 रुपये देने का वादा भी किया है. गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी पिछले दो विधानसभा चुनावों से एक भी सीट नहीं जीत सकी है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली चुनाव के लिए कांग्रेस की नई लिस्ट में 5 नाम, तुगलकाबाद से वीरेंद्र बिधूड़ी को टिकट
ग्रैंड ओल्ड पार्टी 2015 और 2020 के दिल्ली चुनाव में शून्य पर सिमट गई थी. कांग्रेस आखिरी बार 2013 के दिल्ली चुनाव में कोई सीट जीत सकी थी. तब लगातार तीन बार की सत्ताधारी पार्टी के रूप में उतरी कांग्रेस को आठ सीटों पर जीत मिली थी. बता दें कि केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं. सभी 70 सीटों के लिए एक ही चरण में चुनाव हो रहे हैं. दिल्ली में नई सरकार चुनने के लिए 5 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 8 फरवरी को मतगणना होनी है.