इस बार दिल्ली में पोलिंग बूथों की कलर कोडिंग की जा रही है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि वोटर को बूथ ढूंढ़ने में कोई परेशानी न हो. वोटरों को इस बार वोटर इंफॉर्मेशन स्लिप (VIS) भी कलर कोडेड ही मिलेंगे. आम तौर पर एक ही बिल्डिंग में कई सारे बूथ बनाए जाते हैं और वहां पर जाकर वोटर ये पहचान नहीं कर पाता है कि उसे किस लाइन में खड़ा होना है.
कलर कोड वाले वीआईएस बांटने का काम शुरू
इस नई सुविधा से पर्ची और बूथ के कलर कोड का मिलान करके इस परेशानी से छुटकारा पाया जा सकता है. उत्तर पश्चिमी दिल्ली जिले की टीम ने ऐसी कलर कोड वाले वीआईएस बांटने शुरू कर दिए हैं. जिले की निर्वाचन अधिकारी अंकिता आनंद ने बताया कि कलर कोडिंग के अलावा वोटर पर्ची में और भी जानकारियां होंगी जिससे किसी भी वोटर को अपने बूथ के बारे में आसानी से जानकारी मिल जाएगी.
वोटर एप्लीकेशन डेवलप कर रहा चुनाव कार्यालय
उन्होंने बताया कि ऐसी पर्चियां बांटने का काम जल्द से जल्द किया जा रहा है ताकि कोई भी वोटर अपनी डिटेल का मिलान वोटिंग वाले दिन से पहले कर ले. इस बार दिल्ली चुनाव कार्यालय एक नए वोटर एप्लीकेशन को भी डेवलप करने की कोशिश में लगा हुआ है जिसके जरिए वोटर अपनी वोटिंग का टाइम तय कर पाएगा.
दरअसल लाइव स्ट्रीमिंग वाले कैमरे की मदद से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए लाइन में कितने लोग एक खास वक्त पर खड़े हैं इसकी जानकारी मतदाता को इस एप्लीकेशन से दी जाएगी. ऐसा करके कोई भी मतदाता ऐसे समय से बच सकता है जिस समय उसे लाइन में खड़े होकर ज्यादा इंतजार करना पड़े.