दिल्ली में चुनाव प्रचार का शोर सोमवार को समाप्त हो गया. शाम 5 बजे तक दिल्ली बिग बॉस के घर की तरह दिखी, जहां जीतने के लिए उम्मीदवारों ने पूरा दम खम झोंक दिया. सुबह से ही प्रचार का शोर जबरदस्त था. क्या बीजेपी, क्या कांग्रेस और क्या आम आदमी पार्टी - तीनों दलों के नेताओं ने दिल्ली में धुंआधार प्रचार किया.
बीजेपी की तरफ से तो 22 रोड शो और रैलियां निकाली गईं, वहीं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के दिग्गजों ने भी पूरी ताकत झोंकी. अब 5 तारीख को मतदान है और 8 तारीख को दिल्ली का मतदाता बताएगा कि दिल्ली का 'बिग बॉस' कौन है.
दिल्ली के चुनावी रण में सोमवार का दिन बिग बॉस के घर से कम नहीं था. बिग बॉस के घर में जीतने के लिए कैंडिडेट जो कुछ भी कर सकते हैं वो करते हैं. ठीक वैसे ही दिल्ली के चुनावी रण में उतरे उम्मीदवारों ने सारे जोग जतन प्रचार के अंतिम दिन किए. प्रचार के अंतिम दिन की शुरुआत सूरज निकलने के साथ ही हो गई थी. बीजेपी की ओर से सबसे पहला मोर्चा खोला संबित पात्रा ने.
सुबह करीब 10.15 बजे - यही वो समय था जब संबित पात्रा सामने आए और उन्होंने रोहिंग्या के मसले पर आम आदमी पार्टी को भेदने वाला पहला तीर चलाया. सूरज चढ़ने लगा था और दिल्ली की सियासी गर्मी बढ़ने लगी थी. एक ही घंटे में बीजेपी के दिग्गज नेता दिल्ली के अलग अलग इलाकों में प्रचार की कमान थामे खड़े थे और उधर आम आदमी पार्टी ने भी शुरुआत कर दी थी.
सुबह करीब 11.15 बजे - यही वो वक्त था जब आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल कैमरे के सामने आए और आते ही उन्होंने बीजेपी पर ताबड़तोड़ हमले शुरु कर दिए. इधर केजरीवाल हमलावर थे, तो उधर दिल्ली की सड़कों पर बीजेपी वाले भी पूरी रौ में उतरे थे.
सुबह करीब 11.30 बजे - उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करोलबाग में बीजेपी के दुष्यंत कुमार गौतम का प्रचार करने पहुंचे थे. भव्य रोड शो के जरिए वो बताने की कोशिश में थे कि दिल्ली का बिग बॉस उनके ही दल होगा. बीजेपी के दिग्गजों ने अंतिम दिन कितना दम लगाया उसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि एक ही दिन में बीजेपी नेताओं ने कुल 22 रोड शो और रैलियां कीं.
दोपहर करीब 12.15 बजे - गोरखपुर से बीजेपी के सांसद रवि किशन दिल्ली की गलियां छान रहे थे. बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में बदरपुर में रोड शो कर रहे थे. इधर रवि किशन थे, तो उधर गृहमंत्री ने भी कमान संभाल रखी थी.
दोपहर करीब 12.30 बजे - दिल्ली के जंगपुरा में अमित शाह की मौजूदगी थी. वो चुन चुन कर आम आदमी पार्टी पर हमला कर रहे थे. भ्रष्टाचार का मुद्दा हो या रोजगार का, शिक्षा का मुद्दा हो या स्वास्थ्य का, सड़क का मुद्दा हो या झुग्गी बस्ती का - अमित शान ने बारी-बारी से केजरीवाल पर जोरदार निशाने साधे.
दोपहर करीब 12.45 बजे - इधर अमित शाह हुंकार भर रहे थे, तो उधर पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी, आदर्श नगर में बीजेपी प्रत्याशी राज कुमार भाटिया के पक्ष में रोड शो कर रही थीं और बता रहीं थीं कि दिल्ली में इस बार परिवर्तन तय है.
दोपहर करीब 12.47 बजे - पीएम मोदी आज चुनावी रैली में नहीं थे, लेकिन पीएम मोदी बच्चों के साथ बातचीत में दिल्ली सरकार के शिक्षा मॉडल पर सवाल उठा रहे थे.
दोपहर करीब 1.15 बजे - बीजेपी की तरह ही आम आदमी पार्टी के दिग्गज भी मैदान में थे. मनीष सिसोदिया बता रहे थे कि दिल्ली को परिवर्तन नहीं विकास चाहिए. आम आदमी पार्टी फिर से जीत रही है.
दोपहर करीब 1.30 बजे - रक्षामंत्री राजनाथ सिंह छतरपुर में अपमा दम दिखा रहे थे और बता रहे थे कि अबकी बार बीजेपी की सरकार.
दोपहर 2.30 बजे - बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा बुराड़ी विधानसभा में थे. यहां भी वैसा ही रंग वैसा ही ढंग, वैसा ही तेवर दिखा रहे थे जैसे सारे बीजेपी नेता दिखा रहे थे.
दोपहर 3 बजे - पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आदर्श नगर विधानसभा में दम खम झोंक रहे थे. उन्हें भरोसा है कि आप दिल्ली में वापसी करगी.
दोपहर करीब 3.30 बजे - कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी डोर टू डोर कैंपेन कर रही थीं. रोड शो कर रही थीं. शाम 5 बजे प्रचार खत्म और इसी के साथ दिल्ली के दंगल में प्रचार का शोर समाप्त हुआ. अब 5 जनवरी को दिल्ली का मतदाता वोट करेगा और और 8 तारीख को पता चलेगा कि दिल्ली का बिग बॉस कौन है.
दिल्ली में चले चुनावी प्रचार में तरह तरह के प्रहार किए गए. बीजेपी आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार पर निशाना साधती रही. झुग्गी का मुद्दा हो या केजरीवाल आवास का मुद्दा हो, सड़क पानी का मुद्दा हो या स्कूल स्वास्थ्य का मुद्दा बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर जमकर प्रहार किए.
वहीं आम आदमी पार्टी ने भी पलटवार करते हुए संविधान और जांच एजेंसियों के बेजा इस्तेमाल पर बीजेपी को घेरा. कुल मिलाकर प्रचार का शोर थमने से पहले जबरदस्त जंग मची. लिहाजा प्रचार के आखिरी दिन दिल्ली के इस सुपरहिट शो के जमीनी सेट पर इमोशन-टेंशन और एक्शन सारा रंग एक साथ दिखा.
आखिरी दौर में जनता को जोड़ने के लिए दूसरे खेमे पर जबरदस्त प्रहार हुआ. पूरा दिन हर दल विरोधियों की खामियां गिनाकर खुद को बिग बॉस साबित करने में जुटा रहा.
सुबह 9.30 बजे - जिस बिजली-पानी को केजरीवाल अपनी सफल सियासत का मास्टरस्ट्रोक मानते हैं बीजेपी ने सबसे पहले उसे ही टारगेट किया. सांसद सबित पात्रा बिजवासन इलाके में पहुंचे और AAP सरकार के दावों की पोल खोलने में जुट गए.
प्रचार के आखिरी दिन सुबह से ही बीजेपी के दिग्गजों की फौज दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में उतर चुकी थी. सभी की जुबान पर AAP सरकार से सवाल थे और निशाने पर थे केजरीवाल.
सुबह 10.30 बजे - AAP के खिलाफ दूसरा मोर्चा कांग्रेस की ओर से खुला. कांग्रेसी नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केजरीवाल पर हमला बोल दिया.
सुबह 11.15 बजे - लिहाजा, हमले की इस बौछार का जवाब देने के लिए केजरीवाल ने मोर्चा संभाला और एक बार फिर AAP कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप गढ़ दिया. दिन चढ़ने के साथ ही दिल्ली का सियासी दंगल आगे बढ़ा. प्रचार युद्ध के आखरी चरण में एक-दूसरे पर हमला जारी रहा.
दोपहर 1.30 बजे - इस बीच दोपहर में यमुना पर जारी सियासी टेंशन दिल्ली की सड़कों पर दिखाई दी. जब स्वाति मालीवाल यमुना नदी का पानी लेकर केजरीवाल के घर के बाहर पहुंच गईं और केजरीवाल के पुतले को उसी गंदे पानी में डुबोने लगीं.
दोपहर 1.45 बजे - एक ओर स्वाति मालीवाल घर के बाहर केजरीवाल को घेर रही थीं, तो दूसरी ओर दिल्ली पुलिस केजरीवाल के आरोपों पर जवाब दे रही थी.
आरोपों और हमलों के दौर के बीच AAP-BJP और कांग्रेस का जबरदस्त प्रचार चला चुनावों के आखिरी चरण में एक दूसरे पर कड़ा प्रचार हुआ. 5 फरवरी को मतदान के बाद 8 तरीख को ये फैसला होगा कि करीब एक महीने से जारी प्रहार के बीच दिल्ली का विजेता कौन बना? दिल्ली की जनता ने किसे बिग बॉस चुना.