दिल्ली विधानसभा चुनाव में 699 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाएंगे. नामांकन वापस लेने के आखिरी दिन कुल 20 उम्मीदवारों ने अपने पर्चे वापस ले लिए. जांच के बाद 719 उम्मीदवारों का नामांकन शनिवार को सही पाया गया थाय. सबसे ज्यादा तीन-तीन उम्मीदवारों ने बाहरी दिल्ली के मुंडका और नांगलोई जाट विधानसभा क्षेत्रों से नामांकन वापस लिया है. 57 विधानसभा क्षेत्रों से किसी भी उम्मीदवार ने अपनी उम्मीदवारी वापस नहीं ली.
मैदान में पिछले चुनाव से ज्यादा कैंडिडेट्स
साल 2020 यानी 5 साल पहले हुए विधानसभा चुनाव में कुल 668 उम्मीदवार की किस्मत ईवीएम में बंद हुई थी. यानी इस बार कुल मिलाकर 31 उम्मीदवार ज्यादा मैदान में हैं. पिछली बार भी सबसे ज्यादा उम्मीदवार नई दिल्ली विधानसभा में ही थे. तब अरविंद केजरीवाल सहित 29 उम्मीदवारों ने दिल्ली की सबसे हाई प्रोफाइल सीट पर किस्मत आजमाई था. 2015 के चुनावों में 673 उम्मीदवार मैदान में थे. यानी पिछले तीन चुनावों में इस बार सबसे ज्यादा उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे.
यह भी पढ़ें: दिल्ली चुनाव: मालवीय नगर के वोटर्स का किसे मिलेगा आशीर्वाद, देखें आजतक का खास चुनावी शो
नई दिल्ली में इस बार भी सबसे ज्यादा कैंडिडेट्स
नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से किसी भी उम्मीदवार ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया है, इसलिए अरविंद केजरीवाल की सीट पर 22 और उम्मीदवार अपनी दावेदारी पेश करेंगे. क्योंकि किसी भी विधानसभा क्षेत्र में जहां नोटा को मिलाकर 16 उम्मीदवार से ज्यादा होते हैं, वहां दो बैलट यूनिट इस्तेमाल करनी होती है. इसलिए नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में दो बैलट यूनिट लगानी पड़ेगी.
नई दिल्ली के अलावा जनकपुरी एकमात्र ऐसी विधानसभा होगी, जहां पर दो बैलट यूनिट का इस्तेमाल करना पड़ेगा. जनकपुरी विधानसभा में नामांकन वापस लेने के बाद 16 उम्मीदवार बचे हुए हैं.
यह भी पढ़ें: दिल्ली बोली: बदरपुर में 'ख़स्ता-हाल सड़क' सबसे बड़ा मुद्दा, जानिए क्या चाहते हैं वोटर्स
किस विधानसभा में सबसे कम उम्मीदवार?
नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख के बाद सबसे कम पांच-पांच उम्मीदवार पटेल नगर और कस्तूरबा नगर विधानसभा में बचे हैं. करोल बाग, गांधीनगर, तिलक नगर, ग्रेटर कैलाश, मंगोलपुरी और त्रिनगर विधानसभा सीटों पर वोटर्स को 6 उम्मीदवारों में से ही किसी एक को वोट देना होगा.