देश की राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो गई है. शाम 5 बजे तक 57.78 फीसदी वोटिंग हुई है. अब नतीजों का इंतजार है. 8 फरवरी को ये तय हो जाएगा कि दिल्ली में किसकी सरकार बनेगी, लेकिन इससे पहले चुनावी विश्लेषक यशवंत देशमुख ने कहा कि इस बार दिल्ली का वोटर 2 हिस्सों में बंटा हुआ नजर आ रहा है. महिला वोटर्स का झुकाव जहां आम आदमी पार्टी की ओर है, वहीं पुरुषों का झुकाव भारतीय जनता पार्टी की ओर नजर आया.
यशवंत देशमुख ने कहा कि दिल्ली में निम्न और मध्यम आय वर्ग के महिला और पुरुषों का वोट पूरी तरह से बंटा हुआ है. ये गैप डबल डिजिट्स में आ रहा है. लिहाजा ये कहा जा सकता है कि दिल्ली वोटिंग के दौरान 2 हिस्सों में बंटी हुई नजर आई. एक ओर झुग्गी झोपड़ी और दिहाड़ी मजदूर है, दूसरी ओर हाईक्लास वोटर है.
'आम बजट के बाद बदल गई हवा'
उन्होंने कहा कि पुरुषों का रुझान बीजेपी की ओर है, जबकि महिलाओं का झुकाव आम आदमी पार्टी की ओर है. यशवंत ने कहा कि एक दिलचस्प बात ये है कि महिलाओं में 2100 या 2500 रुपए दिए जाने का वादा बड़ा मुद्दा नहीं है, बल्कि फ्री बस यात्रा और मोहल्ला क्लीनिक जैसी सुविधाओं का उन पर साफ असर देखने को मिल रहा है. अगर मिडिल क्लास पुरुष वोटर्स की बात करें तो 'शीशमहल' को लेकर केजरीवाल की छवि बदली है. लेकिन आम बजट के बाद हवा पूरी तरह बदल गई है. लिहाजा उनका झुकाव बीजेपी की ओर दिखाई दे रहा है.
महिला और पुरुष वोटर्स का रुझान अलग-अलग
यशवंत देशमुख ने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि दिल्ली के चुनाव में जेंडर डिवाइड हुआ है, वो पिछले चुनाव यानी 2020 में भी हुआ था, लेकिन वर्तमान में हालात ये हैं कि जेंडर बेस्ट जो गैप दिख रहा है, वो बहुत बड़ा है.
699 उम्मीदवार आजमा रहे किस्मत
दिल्ली की सभी 70 सीटों पर 5 फरवरी (बुधवार) को वोटिंग हुई. दिल्ली के चुनाव मैदान में 699 उम्मीदवार हैं. वोटिंग खत्म होने के साथ ही कैंडिडेट्स की किस्मत EVM में कैद हो गई है. दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है, आतिशी मुख्यमंत्री हैं. AAP ने लगातार 2013, 2015, 2020 में जीत हासिल की और अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने. हालांकि, शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को मार्च 2024 में जेल जाना पड़ा. सितंबर में जब वो जमानत पर बाहर आए तो उन्होंने मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया था और पार्टी ने आतिशी को नया सीएम बनाया था.