देश की राजधानी दिल्ली का सियासी पारा इन दिनों हाई है. इसकी वजह है 5 फरवरी को होने वाला विधानसभा चुनाव. इसी बीच गुरुवार को रिटर्निंग अफसर ( DM, New Delhi) ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिल्ली स्थित आवास (कपूरथला हाउस) पर रेड की कार्रवाई की थी. इसे लेकर केजरीवाल और सीएम आतिशी समेत आम आदमी पार्टी के अन्य नेताओं ने दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग पर निशाना साधा.
इस घटनाक्रम को लेकर अब नई दिल्ली जिले के जिला चुनाव कार्यालय ने कपूरथला हाउस में फ्लाइंग स्क्वाड टीम (FST) द्वारा की गई जांच को लेकर फैलाई जा रही भ्रामक खबरों पर स्पष्टीकरण जारी किया है. जिला चुनाव कार्यालय ने कहा कि पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सही तथ्यों को जनता के सामने रखना जरूरी है.
जिला चुनाव कार्यालय ने कहा कि 30 जनवरी को दोपहर 3:40 बजे सी-विजिल पर शिकायत मिली थी, जिसमें कपूरथला हाउस में कैश बांटने का आरोप लगाया गया था. नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र की फ्लाइंग स्क्वाड टीम कार्यकारी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में शाम 4:15 बजे जांच के लिए मौके पर पहुंची. फ्लाइंग स्क्वाड टीम ने कपूरथला हाउस में प्रवेश करने की अनुमति मांगी, लेकिन सुरक्षा अधिकारियों ने उच्च अधिकारियों की मंजूरी की जरूरत बताकर अनुमति देने से इनकार कर दिया.
कई बार अनुरोध के बावजूद कपूरथला हाउस में प्रवेश नहीं मिलने पर शाम 5:50 बजे FST टीम ने SHO (तुगलक रोड) को सरकारी कार्य में बाधा डालने की औपचारिक शिकायत दर्ज कराई. कई घंटों की बातचीत के बाद शाम 6:40 बजे FST टीम को सुरक्षा जांच के बाद केवल परिसर की परिधि और लॉन तक जाने की अनुमति दी गई.
डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिस ने कहा कि बंगले के कमरे बंद थे, सुरक्षा अधिकारियों ने उनके अंदर जाने की अनुमति नहीं दी. चूंकि कमरे बंद थे और प्रवेश प्रतिबंधित था. ऐसे में टकराव से बचने के लिए FST टीम ने बिना किसी तलाशी के ही स्थान छोड़ दिया और वहां से निकल आई. इस कारण cVIGIL शिकायत का समाधान नहीं हो सका.