हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 31 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करने के एक दिन बाद कांग्रेस में बगावत के सुर फूट रहे हैं. बहादुरगढ़ से टिकट न मिलने पर कांग्रेस नेता राजेश जून ने शनिवार को पार्टी छोड़ दी है और निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा कर दी है.
कांग्रेस ने बहादुरगढ़ सीट से मौजूदा विधायक राजेंद्र सिंह जून को मैदान में उतारा है. राजेश ने झज्जर जिले की बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से टिकट दावेदार थे. टिकट न मिलने पर उन्होंने पार्टी का दामन छोड़ दिया है और निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.
राजेश ने बहादुरगढ़ में संवाददाताओं से कहा, मैं निर्दलीय के तौर पर चुनाव लडूंगा. उन्होंने यह फैसला अपने समर्थकों से सलाह-मशविरा करने के बाद लिया, जिन्होंने उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा था.
11 सितंबर को करेंगे नामांकन
उन्होंने कहा कि वह 11 सितंबर को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे और चुनाव लड़ने के लिए अपना चुनाव अभियान शुरू कर दिया है.
उन्होंने कहा कि उनके साथ "धोखा" हुआ, क्योंकि उनकी उम्मीदवारी को नजरअंदाज कर दिया गया और दावा किया कि उनका "इस्तेमाल किया गया.
राजेश ने 2014 के विधानसभा चुनाव में बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. 2019 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने राजेंद्र जून के पक्ष में अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया था.
कांग्रेस ने जारी की पहली लिस्ट
कांग्रेस ने शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए 31 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को गढ़ी सांपला-किलोई, राज्य इकाई के प्रमुख उदयभान को होडल और पहलवान विनेश फोगाट को जुलाना से मैदान में उतारा है.
वर्तमान विधानसभा में पार्टी के 28 मौजूदा विधायकों में से कांग्रेस ने शुक्रवार को 27 को फिर से नामांकित किया, जबकि उसने अभी तक अपनी इसराना सीट की घोषणा नहीं की है, जहां से उसका एक विधायक है. 2019 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के पास 31 विधायक थे, लेकिन बाद में पार्टी विधायक भव्य बिश्नोई भाजपा में शामिल हो गए और सत्तारूढ़ पार्टी से विधायक हैं. हरियाणा में मतदान 5 अक्टूबर को होगा जबकि 90 सदस्यीय विधानसभा के चुनावों के लिए मतगणना 8 अक्टूबर को होगी.