नौकरशाह से बीजेडी नेता बने वीके पांडियन ने शुक्रवार को कहा कि अगर पार्टी अध्यक्ष नवीन पटनायक विधानसभा चुनाव के बाद लगातार छठी बार ओडिशा के मुख्यमंत्री नहीं बने तो वह राजनीति छोड़ देंगे. पटनायक के करीबी सहयोगी पांडियन ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को यह घोषणा करने की चुनौती दी कि अगर बीजेपी राज्य में सत्ता में आने में विफल रही तो भाजपा नेता भी राजनीतिक 'संन्यास' ले लेंगे. धर्मेंद्र प्रधान ओडिशा में बीजेपी का चेहरा हैं.
पीटीआई के मुताबिक पूर्व IAS अधिकारी पांडियन ने झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, "आप (बीजेपी) कहते हैं कि ओडिशा में बीजेपी की लहर है और बदलाव की लहर है, लेकिन मैं दृढ़ता से कहता हूं कि अगर मुख्यमंत्री (पटनायक) दोबारा सीएम नहीं बने तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा."
पटनायक 5 मार्च 2000 से ओडिशा के लगातार मुख्यमंत्री बनते आ रहे हैं.
पांडियन ने दावा किया कि भाजपा उन्हें पटनायक का चमचा कहती है. उन्होंने कहा, "लेकिन आप (धर्मेंद्र प्रधान) एक केंद्रीय मंत्री हैं. यदि आपमें साहस है, तो घोषणा करें कि अगर भाजपा ओडिशा में सत्ता में नहीं आई तो आप भी राजनीति से संन्यास ले लेंगे."
बीजेडी नेता ने आश्चर्य जताया कि धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा के लोगों के लिए क्या किया है. पांडियन ने दावा किया कि भाजपा नेता ने 10 साल तक ढेंकनाल से चुनाव लड़ने की कोशिश की और अंत में संबलपुर चले गए.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 मई को कहा था कि 4 जून को ओडिशा में बीजे़डी सरकार की समाप्ति तिथि है और 10 जून को भाजपा का मुख्यमंत्री शपथ लेगा. पांडियन ने तुरंत पलटवार किया और दावा किया कि बीजेडी तीन-चौथाई बहुमत से चुनाव जीतेगी और पटनायक 9 जून को सुबह 11.30 से दोपहर 1.30 बजे के बीच शपथ लेंगे.
गौरतलब है कि ओडिशा में विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव 2024 के ही साथ हो रहे हैं. इसके लिए मतदान कुल चार फेजों में कराया जाने वाला है. विधानसभा चुनाव के लिए फेज 4 के साथ 13 मई, फेज 5 के लिए 20 मई, फेज 6 के लिए 25 मई और फेज 7 के लिए 1 जून 2024 के साथ ही विधानसभा के लिए मतदान होंगे. मतगणना की तारीख 4 जून 2024 है. इस चुनाव में राज्य की विधानसभा के सभी 147 सदस्यों का फैसला होगा. ओडिशा विधानसभा का कार्यकाल 24 जून 2024 को समाप्त होने वाला है.