जम्मू-कश्मीर में उम्मीदवारों के नाम के ऐलान को लेकर बीजेपी में बवाल हो रहा है. पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ता नारेबाजी कर रहे हैं. जम्मू-कश्मीर के भाजपा कार्यालय से कई वीडियो सामने आए हैं जिसमें कार्यकर्ता उम्मीदवारों की लिस्ट पर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. दरअसल, ये असंतोष की कहानी सोमवार को सुबह करीब 10 बजे तब शुरू हुई जब बीजेपी ने पहले 44 उम्मीदवारों की एक लिस्ट जारी की. इसमें सभी तीन चरणों के लिए प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया गया था.
लेकिन करीब दो घंटे बाद ही बीजेपी ने इस लिस्ट को वापस कर लिया. बीजेपी की ओर से कहा गया कि कुछ संशोधन के बाद ये लिस्ट दोबारा जारी की जाएगी. इस घोषणा के करीब एक घंटे बाद ही बीजेपी ने फिर से संशोधित लिस्ट जारी की. इसमें बीजेपी ने बाकी दोनों चरणों (दूसरे और तीसरे) के लिए घोषित उम्मीदवारों को अमान्य करार देते हुए केवल पहले चरण के 15 नाम पर मुहर लगाई. इसके बाद बीजेपी ने एक दूसरी लिस्ट जारी की जिसमें केवल एक उम्मीदवार का ऐलान किया गया. यानी अब तक दोनों लिस्ट को मिलाकर केवल 16 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान हुआ है.
पहले 44 उम्मीदवारों का ऐलान फिर...
तीन चरणो में होने वाले जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने सोमवार को पहले 44 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी. लेकिन करीब दो घंटे बाद बीजेपी ने इस लिस्ट को वापस कर लिया. इसके बाद बीजेपी की ओर से सिर्फ पहले चरण के 15 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया.
पार्टी दफ्तर में हुआ जमकर बवाल
कैंडिडेट्स की लिस्ट वापस लिए जाने के बाद भी कार्यकर्ताओं का गुस्सा शांत नहीं हुआ. जम्मू-कश्मीर में भाजपा कार्यालय पहुंचे कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना का घेराव किया. नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि इस लिस्ट में जमीनी नेताओं की अनदेखी की गई है. वहीं, जम्मू में बीजेपी के वरिष्ठ नेता ओमी खजुरिया के समर्थकों ने भी इस दौरान खूब हंगामा किया.
रविंद्र रैना का ऑफिस घेरा
प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र रैना के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे नाराज कार्यकर्ताओं ने उनके ऑफिस को पूरे तरह से घेर लिया. हालात इतने खराब हो गए कि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने खुद को केबिन में लॉक कर लिया. केबिन के बाहर सुरक्षा कर्मियों को तैनात करना पड़ा.
क्यों विरोध कर रहे कार्यकर्ता
रवींद्र रैना के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे एक नाराज कार्यकर्ता ने आजतक से बातचीत में कहा कि भाजपा के लिए क्या कोई कर्मठ कार्यकर्ता नहीं रहा. किश्तवाड़ की सीट को आपने किसके भरोसे पर छोड़ दिया, अगर सीट हार जाते हैं तो कौन जिम्मेदार होगा. साथ ही नाराज कार्यकर्ताओं ने ओमी खजुरिया के समर्थन में नारेबाजी भी की.
'नहीं चाहिए पैराशूट उम्मीदवार'
दरअसल, ओमी खजुरिया जम्मू में भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और वह उम्मीद लगा रहे थे कि उन्हें पार्टी जम्मू नॉर्थ सीट से उम्मीदवार बना सकती हैं. सुबह जारी हुई बीजेपी की लिस्ट में उनका नाम नहीं था, जिसके बाद से उनके समर्थकों ने पार्टी ऑफिस पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया. हालांकि, बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट को वापस ले लिया था और बाद में नई लिस्ट जारी की.
एक समर्थक ने कहा कि देखिए, हम जमीनी स्तर पर काम करने वाले नेता चाहिए. हमें पैराशूट से लाया हुआ उम्मीदवार नहीं चाहिए. हम जमीनी स्तर का नेता चाहिए, जैसे हमारे ओमी खजुरिया हैं. समर्थक ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक ओमी खजूरिया को टिकट नहीं मिल जाता, तब तक हमारा विरोध जारी रहेगा.
एक-एक कार्यकर्ता से करूंगा बात: रविंद्र रैना
कार्यकर्ता के प्रदर्शन के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए नाराज कार्यकर्ता से अपील करते हुए कहा, देखिए मेरा आप सबसे निवेदन है कि हम सब मिलकर बातचीत करेंगे. हम भाजपा का कार्यकर्ता हैं, ऐसी कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. मैं आप सबका का सम्मान करता हूं. मैं एक-एक कर आप सबसे मिलूंगा और बात करूंगा. मैं आपकी बातें सुनूंगा, हम सब एक परिवार के सदस्य हैं. हम सब राष्ट्र निर्माण के भाव से काम करते हैं. मैं सभी से व्यक्तिगत तौर पर बात करूंगा.
क्यों बीजेपी ने वापस लिए बाकी उम्मीदवारों के नाम
सूत्रों की मानें तो बीजेपी की ओर से जारी की गई पहली लिस्ट में कई दिग्गज बीजेपी नेताओं का नाम नहीं था. दरअसल, 44 उम्मीदवारों की जो लिस्ट जारी की गई थी. उसमें पूर्व डिप्टी सीएम निर्मल को टिकट नहीं मिला था. निर्मल सिंह ने 2014 में बिलावर विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी. उनकी जगह सतीश शर्मा को इस विधानसभा सीट से टिकट मिला था. वहीं, पूर्व डिप्टी सीएम कविंद्र गुप्ता को भी टिकट नहीं मिला था. रविंद्र रैना के नाम का भी ऐलान नहीं हुआ था.
जानकारी के अनुसार, बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं ने सूची में अपना नाम नहीं होने को लेकर नाराजगी जाहिर की थी. जिसके बाद बीजेपी ने ये लिस्ट वापस ले ली.
इस संशोधित लिस्ट में बीजेपी ने एक महिला उम्मीदवार और एक कश्मीरी पंडित को टिकट दिया है. बीजेपी ने कश्मीर घाटी की शंगस-अनंतनाग पूर्व से कश्मीरी पंडित वीर सराफ को टिकट दिया है, जबकि शगुन परिहार को किश्तवाड़ से उम्मीदवार बनाया गया है. वह इकलौती महिला उम्मीदवार हैं.
क्या बोलीं शगुन परिहार
किश्तवाड़ से टिकट मिलने पर खुशी जताते हुए शगुन परिहार ने कहा कि मैं पीएम मोदी, जेपी नड्डा और उन सभी लोगों को धन्यवाद करती हूं जिन्होंने मेरा समर्थन किया। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि किश्तवाड़ के लोग अपनी इस बेटी को जरूर जीत दिलाएंगे.
तीन चरणों में होने हैं चुनाव
जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव होने हैं. विधानसभा चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे. पहले फेज में 24 सीटों पर, दूसरे फेज में 26 सीटों पर और तीसरे फेज में 40 सीटों पर मतदान होना है.
रविवार को हुई थी बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक
बता दें कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर रविवार को नई दिल्ली में बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई थी. इस मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे. इस मीटिंग में चुनावी रणनीति, मुद्दों, उम्मीदवारों के नाम और राज्य में पीएम मोदी की संभावित रैलियों पर चर्चा हुई थी. इस मीटिंग के बाद अटकलें लगाई जा रही थीं कि बीजेपी सोमवार सुबह तक उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर देगी.
कश्मीर में पीएम मोदी की दो रैलियां
सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग में तय हुआ कि पीएम मोदी की कश्मीर में एक से दो रैली होगी जबकि जम्मू में पीएम मोदी 8 से 10 रैलियां करेंगें.बता दें कि राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर मतदान के लिए चुनाव आयोग ने चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है. जम्मू कश्मीर में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा. सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव 3 चरणों में कराए जाएंगे.